राजीव चंद्रशेखर ने दी जबरदस्त टक्कर कैलाश चौधरी की हुई सबसे बुरी हार
राजीव चंद्रशेखर ने दी जबरदस्त टक्कर कैलाश चौधरी की हुई सबसे बुरी हार
Modi Minister: 4 जून के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय से अपने भाषण में कहा कि उनकी तीसरी जीत भले ही उनकी पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने में सफल नहीं हो सकी. उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी को जो भी सीटें मिली हैं वह पिछले 10 सालों में उनकी सरकार द्वारा किए गए सभी विकास कार्यों के कारण है.
नई दिल्ली. 4 जून को चुनावी नतीजों के बाद बीजेपी ने सहयोगी दलों के साथ मिलकर NDA सरकार तो बना ली पर लोकसभा चुनाव बीजेपी के अनुरूप नहीं रहे. लोकसभा चुनाव के प्रचार में बीजेपी का जो दावा था वो तो पूरा नहीं हो सका लेकिन उसे सबसे ज्यादा झटका कई दिग्गज नेताओं की हार से लगा. इन दिग्गजों में से 20 नेता तो मोदी मंत्रिमंडल में शामिल थे. मोदी कैबिनेट में राजीव चंद्रशेखर से लेकर स्मृति ईरानी जैसे दिग्गज मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा. इसमें सबसे बुरा हाल मोदी 2.0 में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का रहा. उन्हें बाड़मेर लोकसभा सीट से 4 लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा. वहीं अगर बात करें राजीव चंद्रशेखर की तो उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारा शशि थरूर को कड़ी टक्कर दी और उनकी हार का अंतर बाकी सब मंत्रियों के मुकाबले सबसे कम 16,077 वोटों का रहा.
4 जून के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय से अपने भाषण में कहा कि उनकी तीसरी जीत भले ही उनकी पार्टी अपने दम पर बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने में सफल नहीं हो सकी. उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी को जो भी सीटें मिली हैं वह पिछले 10 सालों में उनकी सरकार द्वारा किए गए सभी विकास कार्यों के कारण है. उन्होंने दावा किया कि पिछले दशक में सभी निर्णय ‘राष्ट्र प्रथम’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं. इससे पता चलता है कि उनके मंत्री अपने मतदाताओं के बीच लोकप्रिय थे, लेकिन नतीजों ने एक अलग तस्वीर पेश की है.
कौन से केंद्रीय मंत्रियों ने लोकसभा चुनाव में करना पड़ा हार का सामना
1. राजीव चंद्रशेखर
जब लोकसभा चुनाव हुए थे तब चंद्रशेखर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत थे. वे केरल की तिरुवनंतपुरम सीट पर कांग्रेस के शशि थरूर से 16,077 मतों के अंतर से हार गए.
2. स्मृति ईरानी
केंद्रीय महिला और बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री रहीं ईरानी अमेठी सीट पर कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा से 1,67,196 मतों से हार गईं, जो गांधी परिवार के वफादार माने जाते हैं.
3. अजय कुमार मिश्रा
पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा, जिनके बेटे के काफिले ने कथित तौर पर लखीमपुर खीरी में प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया था, जिससे पांच लोगों की मौत हो गई थी. वह समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा मधुर से 34,329 वोटों से हार गए.
4. सुभाष सरकार
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री रहे सरकार बांकुरा सीट पर तृणमूल कांग्रेस के अरूप चक्रवर्ती से 32,778 वोटों से हार गए.
5. अर्जुन मुंडा
झारखंड की खूंटी सीट पर अर्जुन कांग्रेस के काली चरण मुंडा से 1,49,675 वोटों से हार गए. अर्जुन कृषि और किसान कल्याण मंत्री थे.
6. कैलाश चौधरी
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री रहे चौधरी राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा सीट से तीसरे स्थान पर रहे. कांग्रेस के उम्मेद राम बेनीवाल और स्वतंत्र उम्मीदवार रवींद्र सिंह भाटी दोनों से पीछे रहे कैलाश चौधरी. और उन्हें 4,17,943 वोटों से हार का सामना करना पड़ा.
7. एल. मुरुगन
मुरुगन तमिलनाडु की नीलगिरी (आरक्षित एससी) सीट पर डीएमके के ए. राजा से 24,0585 वोटों से हार गए. मुरुगन केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री थे.
8. निसिथ प्रमाणिक
पूर्व में खेल और युवा मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री रहे प्रमाणिक पश्चिम बंगाल की कूच बिहार सीट पर टीएमसी के जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया से 39,250 वोटों से हार गए.
9. संजीव बालियान
बालियान केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री थे. वह मुजफ्फरनगर सीट पर समाजवादी पार्टी के हरेंद्र सिंह मलिक से 24,672 वोटों से हार गए.
10. कपिल पाटिल
पूर्व केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री महाराष्ट्र की भिवंडी सीट पर एनसीपी (शरद पवार) के बाल्या मामा-सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे से 66,121 वोटों से हार गए.
11. रावसाहेब दानवे
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रहे दानवे महाराष्ट्र की जालना सीट पर कांग्रेस के कल्याण वैजिनथराव काले से 1,09,958 वोटों से हार गए.
12. भारती पवार
मोदी सरकार में जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री रहे पवार महाराष्ट्र की डिंडोरी (आरक्षित अनुसूचित जनजाति) सीट से एनसीपी (शरद पवार) के भास्कर मुरलीधर भागरे से 1,13,199 वोटों से हार गए.
13. कौशल किशोर
किशोर ने केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया, लेकिन वह संसद तक पहुंचने से चूक गए. वह उत्तर प्रदेश में मोहनलालगंज (आरक्षित अनुसूचित जाति) सीट समाजवादी पार्टी के आर.के. चौधरी को 70,292 वोटों से हराया.
14. भगवंत खुबा
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री रहे खुबा कर्नाटक के बीदर सीट से कांग्रेस के सागर ईश्वर खंड्रे से 1,28,875 मतों से हार गए.
15. वी. मुरलीधरन
मोदी के केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन केरल के अटिंगल निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के अदूर प्रकाश और सीपीआई (एम) के वी. जॉय के बाद तीसरे स्थान पर रहे. वे 16,272 वोटों से हार गए.
16. महेंद्रनाथ पांडे
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री पांडे उत्तर प्रदेश की चंदौली सीट पर समाजवादी पार्टी के वीरेंद्र सिंह से 21,565 वोटों से हार गए.
17. साध्वी निरंजन ज्योति
मोदी की केंद्रीय इस्पात मंत्री और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ज्योति उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में समाजवादी पार्टी के नरेश उत्तम पटेल से 33,199 वोटों से हार गईं.
18. भानु प्रताप सिंह
भानु प्रताप सिंह एमएसएमई के केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत थे. वे जालौन, उत्तर प्रदेश (आरक्षित एससी) में समाजवादी पार्टी के नारायण दास अहिरवार से 53,898 वोटों से हार गए.
19. राजकुमार सिंह
राजकुमार सिंह, मोदी सरकार में केंद्रीय ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री थे. बिहार के आरा में सीपीआई (एमएल)-लिबरेशन के सुदामा प्रसाद से 59,808 वोटों से हार गए.
20. देबाश्री चौधरी
चौधरी महिला और बाल विकास राज्य मंत्री थीं. वे दक्षिण कोलकाता सीट पर टीएमसी की माला रॉय से 1,87,231 वोटों से हार गईं.
Tags: Loksabha Election 2024FIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 20:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed