R G Kar: रीढ़ की हड्डी पर फूलों की माला कोलकाता की सड़कों पर ये क्या हो रहा
R G Kar: रीढ़ की हड्डी पर फूलों की माला कोलकाता की सड़कों पर ये क्या हो रहा
R G kar Rape Muder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच छात्रों ने सोमवार को प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी को फूलों की माला पहनाकर विरोध प्रदर्शन किया.
R G Kar Rape Muder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और उसकी हत्या मामले में छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बर्बर घटना के खिलाफ वे लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसा होना लाजिमी भी है. इस घटना की जितनी की निंदा की जाए वो कम है. हालांकि, इस घटना की जांच सीबीआई अपने हाथों में ले चुकी है लेकिन, शुरुआती जांच के दौरान कोलकाता पुलिस ने जिस तरह से घटना की लीपा-पोती की, उसके बाद से उसकी सबसे ज्यादा आलोचना हो रही है.
कोलकाता पुलिस छात्रों के निशाने पर है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस घटना में कोलकाता पुलिस के रवैये को लेकर सवाल खड़े किए थे. इसी संदर्भ में सोमवार को छात्रों ने कोलकाता की सड़कों पर प्रतीकात्मक रीढ़ की हड्डी को फूलों की माला पहनाकर विरोध प्रदर्शन किया. यह एक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन था लेकिन, इसका संदेश काफी गहरा है. छात्रों ने सीधे कोलकाता पुलिस पर निशाना साधा. उनका संदेश साफ था कि कोलकाता पुलिस रीढ़ विहीन हो चुकी है. उस पर किसी खास व्यक्ति का दवाब है. वह स्वंतत्र रूप से काम नहीं कर पा रही है.
कोलकाता पुलिस पर सवाल
दरअसल, आर जी कर की घटना के बाद मामले में एफआईआर दर्ज करने में कथित देरी, शव से परिजनों को दूर रखना, फिर घटना स्थल पर तोड़फोड़ को रोकने में उसकी विफलता जैसी कई घटनाएं घटीं, जिससे कि कोलकाता पुलिस सवालों के घेरे में है.
हालांकि, कोलकाता पुलिस ने घटना के तुरंत बाद मामले में संजय रॉय को आरोपी बनाया था. उसको तुरंत गिरफ्तार भी कर लिया गया. लेकिन, उसकी कार्रवाई पर कई सवाल उठे. आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और कई अन्य डॉक्टरों से सीबीआई गहना से पूछताछ कर रही है. शुरुआती जांच में कोलकाता पुलिस ने इन व्यक्तियों को जांच में शामिल नहीं किया था. उसने एक तरह इन्हें क्लिन चीट दे दिया था. इसी कारण छात्रों का आक्रोश सबसे ज्यादा भड़का.
Tags: Kolkata Police, West bengal newsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 19:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed