PTR की माला रेंज बनी हंटिंग ग्राउंड हिरण के शिकार के बाद फिर हुई फायरिंग!
PTR की माला रेंज बनी हंटिंग ग्राउंड हिरण के शिकार के बाद फिर हुई फायरिंग!
पुलिस द्वारा हुई पूछताछ के मुताबिक़ आरोपी जीशान ने कबूला है कि वह इससे पहले भी जंगल में शिकार के लिए जाता रहा है. ऐसे में पुलिस वन विभाग के आलाधिकारियों की ओर से भी रेंज स्तर पर वन कर्मियों की शिकारियों से साठगांठ का अंदेशा जताया जा रहा है.
पीलीभीत. पीलीभीत में जहां एक तरफ लगातार वन संपदा और वन्यजीवों में इजाफा हो रहा है वहीं पीलीभीत का परचम देश दुनिया में लहरा रहा है लेकिन दूसरी तरफ वन विभाग का लचर तंत्र फजीहत कराने से बाज नहीं आ रहा है. बीते 3 दिनों में 2 बार पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला रेंज में एक शिकारी और उसके गिरोह ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई हैं और चीतल का शिकार किया.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से वन विभाग की कार्यशैली की एक ऐसी झलक देखने को मिली है जिससे देश के राष्ट्रीय पशु बाघ की सुरक्षा और प्रोजेक्ट टाइगर पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल पूरा मामला पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की माला वन रेंज का है. जहां 30 अगस्त को रात तकरीबन दस बजे शिकारियों का एक गिरोह पीलीभीत-माधोटांडा मुख्य मार्ग से महज 150 मीटर की दूरी पर दो चीतल (हिरण) का शिकार करते हैं और मौके पर ही उनके टुकड़े कर देते हैं. 5 राउंड गोलियों की आवाज सुनाई देने पर माला रेंज के तमाम वनकर्मियों ने तलाश भी की लेकिन शिकारी मौके से फरार हो गए.
वनकर्मी से छीन ली बंदूक
बकौल वन विभाग घटना के बाद से ही रात भर पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में कांबिंग ऑपरेशन चलाया गया. जिस दौरान सुबह तक़रीबन 6 बजे एक शिकारी का वनकर्मी से आमना सामना होने के बावजूद भी उसकी विभागीय बंदूक छीन कर भाग गया. पूरा मामला सुर्खियों में भी रहा और पुलिस व वन विभाग की टीमें घटना के बाद से ही आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रही थी.
लगातार 2 दिन किया शिकार
वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम में भले ही घटना के बाद से कड़ी निगरानी और अभियान की बात कह रही हो लेकिन इसकी पोलखोल ख़ुद पुलिस द्वारा किए गए घटना के अनावरण से ही हो रही है. चीतलों का शिकार व वनकर्मी से बंदूक छीनने की घटना को अंजाम देने के बाद भी शिकारियों के हौसले इतने बुलंद थे कि घटना के दूसरे ही दिन 01 सितंबर की रात को मामले का मुख्य आरोपी जीशान व उसके अन्य साथी एक बार फिर से माला रेंज के जंगल में शिकार को पहुंचे.
आरोपियों को भेजा गया जेल
जहां एक बार फिर से आरोपियों ने कई राउंड फायरिंग की जिसके बाद पुलिस के साथ मुठभेड़ में मुख्य आरोपी जीशान व उसके अन्य 5 साथ ही पुलिस की पकड़ में आए. वहीं कुछ अन्य आरोपी मौक़े से फरार होने में सफल हो गए. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.
क्या शिकार में शामिल हैं वनकर्मी?
पुलिस द्वारा हुई पूछताछ के मुताबिक़ आरोपी जीशान ने कबूला है कि वह इससे पहले भी जंगल में शिकार के लिए जाता रहा है. ऐसे में पुलिस वन विभाग के आलाधिकारियों की ओर से भी रेंज स्तर पर वन कर्मियों की शिकारियों से साठगांठ का अंदेशा जताया जा रहा है. पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि घटनाक्रम के बाद से ही सभी रेंज में निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं पूरे मामले को लेकर विभागीय स्तर पर भी जाँच पड़ताल जारी है.
Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 19:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed