चित्रकूट का युवक बना भू-वैज्ञानिक परिवार में है जश्न का माहौल
चित्रकूट का युवक बना भू-वैज्ञानिक परिवार में है जश्न का माहौल
धनंजय ने बताया कि प्रयागराज से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई करने के बाद शेष डिग्री मुंबई में रहकर पास की. वहीं मुंबई में ही रहकर 15 से 17 घंट तक पढ़ाई कर भू-वैज्ञानिक बनने की तैयारी शुरू कर दी थी. केंद्रीय खान मंत्रालय में जूयोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया में भू- वैज्ञानिक पद पर चयन हुआ है. पूरे देश में 48वीं रैंक हासिल हासिल करने में सफलता मिली.
चित्रकूट. अगर इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो मंजिल को आसानी से पा सकते हैं. कुछ ऐसे ही एक युवा ने कर के दिखाया है. इस युवा ने अपने पिता के सपनों को साकार कर एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है कि अब गांव नही पूरे जिले में इनकी चर्चा बनी हुई है और हर कोई इस युवा की तारीफ कर रहा है.
किसान का बेटा बना भू-वैज्ञानिक
दरअसल, हम बात कर रहे हैं चित्रकूट जिला के मऊ तहसील क्षेत्र के रामनगर उपरौली ग्राम पंचायत के रहने वाले मूलचंद मिश्रा की, जो पेशे से एक किसान है. उनकी मेहनत और बेटे धनंजय की लगन ने भू-वैज्ञानिक बना दिया है. किसान के बेटे धनंजय मिश्रा ने सीजीएसई परीक्षा पास कर भू-वैज्ञानिक बने हैं. धनंजय मिश्रा ने इंटर तक की पढ़ाई जनपद में ही रहकर ही की है और बीएससी और एमएससी की पढ़ाई उन्होंने प्रयागराज में की है.
रोजाना 15 से 17 घंटे तकते थे पढ़ाई
धनंजय ने लोकल 18 को बताया कि प्रयागराज से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई करने के बाद शेष डिग्री मुंबई में रहकर पास की. वहीं मुंबई में ही रहकर 15 से 17 घंट तक पढ़ाई कर भू-वैज्ञानिक बनने की तैयारी शुरू कर दी थी. धनंजय दो भाईयों में बड़े हैं. वहीं छोटा भाई हर्ष मिश्रा प्रयागराज में ही रहकर पढ़ाई कर रहा है. मां ममता देवी मिश्रा ग्रहणी हैं और पिता मूलचंद मिश्रा किसान हैं. गांव में ही रहकर खेती करवाते हैं. धनंजय ने बताया कि केंद्रीय खान मंत्रालय में जूयोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया में भू- वैज्ञानिक पद पर चयन हुआ है. पूरे देश में 48वीं रैंक हासिल करने में सफलता मिली है. धनंजय मिश्रा ने इस सफलता का श्रेय अपने पिता-माता के साथ परिवार और गुरुजनों को दिया है.
परिवार में है खुशी की लहर
बता दें कि धनंजय के भू-वैज्ञानिक के पद पर चयन की सूचना मिलते ही गांव से लेकर पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. हर कोई उनको बधाई देने में लगा हुआ है. वहीं चयन होने के बाद परिजनों ने भी मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया है.
Tags: Chitrakoot News, Local18, Success Story, UP newsFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 18:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed