एक साथ जान देने पहुंच गई फुल फैमिली तो हिल गई पुलिस आखिर क्यों किया ऐसा
एक साथ जान देने पहुंच गई फुल फैमिली तो हिल गई पुलिस आखिर क्यों किया ऐसा
Bihar News: सिस्टम से जब आम लोग निराश हो जाते हैं तो वे बेबसी में उन्हें कुछ सूझता नहीं. इस क्रम में वे कुछ ऐसा कर जाते हैं जो गैरकानूनी तो होता है, लेकिन मानवता की दृष्टि से वह सोचनीय विषय होता है. ऐसा ही मामला गोपालगंज से सामने आया है जहां ऐसे ही एक मामले में पूरा का पूरा परिवार अपनी जान देने पर आमादा हो गया. आखिर क्यों?
गोपालगंज. बिहार के गोपालगंज के विजयीपुर-भोरे मुख्य पथ पर बनकटा गांव के समीप मंगलवार को रोड जाम कर सामूहिक रूप से जान देने जा रहे एक ही परिवार के तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. इनमें तीन महिला, एक वृद्ध तथा तीन युवक सहित सात लोग थे. इन लोगों ने विजयीपुर पुलिस प्रशासन से लेकर एसडीओ, एसपी, डीएम तक जमीन विवाद में सुनवाई नहीं करने से खफा होकर आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया था. सभी सदस्य मंगलवार की सुबह से ही रोड जाम कर अपने शरीर पर डीजल उड़ेल कर जान देने जा रहे थे कि इसकी सूचना पाकर विजयीपुर पुलिस ने सभी सदस्यों को हिरासत में ले लिया और थाना में रखा. हालांकि बाद में बॉंड भरवाकर सभी को छोड़ दिया गया है.
बता दें कि विजयीपुर पुलिस थाना क्षेत्र के विजयीपुर-भोरे मेन रोड पर बनकटा गांव के समीप इसी गांव की एक ही परिवार के सात लोगों ने रोड पर बैठकर रास्ता जाम कर दिया था. जाम करने वाले सदस्यों में बनकटा गांव की विरेश राय, रवि सिंह, सत्या सिंह, नरेंद्र सिंह तथा महिलाओं में रीता कुंवर, मंजू कुवर तथा मोमील कुंवर हैं. पुलिस का कहना है कि बिना सूचना दिए उपरोक्त सभी लोग सड़क जाम कर कानून को अपने हाथ में ले लिया. साथ ही इन लोगों ने ज्वलनशील तेल अपने ऊपर उड़ेल कर आग लगाकर जान देने की फिराक में थे. जैसे ही सूचना मिली धरने पर बैठे सभी सात सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया है. इसकी सूचना वरिय पदाधिकारियों को दे दी गयी है, तब तक इन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है. ऊपर से सूचना मिलते ही अग्रिम कार्रवाई की जायेगी.
दबंगई के बल पर किया गया कब्जा
हिरासत में लिए गए विरेश राय तथा रवि सिंह ने बताया कि पूर्वजों ने हिस्से में जमीन का बंटवारा कर दिया था. बंटवारा में दोनों पक्षों को बराबर बराबर जमीन मिली जिससे के अनुसार हम लोगों को रोड के पास 13 कट्ठा 9 धुर जमीन मिली है. जिसमें हम लोगों के मकान में रहने तथा पीछे खेती योग्य जमीन है. इसके बदले पटीदार वगैरह को भी इतनी ही जमीन हिस्से में मिली है जो दूसरी ओर है. उसमें वे लोग भी काबिज है. कुछ दिनों पूर्व दबंगई के बल पर विरोधी पक्ष में ढाई कट्ठा जमीन मेरी जमीन में किसी अन्य से लिखा कर जबरदस्ती कब्जा करना चाहते हैं.
20 वर्ष केस चलने के बाद पक्ष में आया फैसला
उक्त मामले में एक वाद गोपालगंज सब जज के न्यायालय में लगभग 20 वर्ष चला. 2018 में उक्त मामला पीड़ित परिवार के पक्ष में गया और अब विरोधी बल, ऊंची पहुंच और पैसे के बल पर हड़पना चाहते है. इसके लिए थाना से लेकर जिलाधिकारी के न्यायालय तक गुहार लगाकर थक चुके है. कही से सुनवाई नहीं होते देख पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों ने प्रशासन को आगाह करते हुए आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया. आत्महत्या करने जा रहे थे कि विरोधियों के सह पर पुलिस ने हम लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानिये क्या है विवाद की वजह
पुलिस के मुताबिक विजयीपुर थाने के बनकटा गांव में 23 जुलाई को बीरेश राय के द्वारा जमीन पर मोटर से खेत पटाया जा रहा था, इसकी सूचना दूसरे पक्ष से गगेंद्र सिंह द्वारा डायल- 112 को दिया गया. डायल 112 के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए बनकटा पहुंचकर वीरेश राय को तत्काल काम रुकवा दी. जिसके कारण वीरेश राय एवं उनके परिवार वालों के द्वारा सड़क पर लेटकर आत्मदाह करने का धमकी दिया गया. विजयीपुर थाना द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला सिपाही और महिला पदाधिकारियों के साथ सभी को समझाते बुझाते हुए थाना पर लाया गया.
क्या कहते हैं एसपी
दोनों पक्ष खास पट्टीदार हैं. पुश्तैनी जमीनी बंटवारा को लेकर दोनों पक्षों में कई बार विवाद हो गया है. द.प्र.स की धारा 107 के तहत दोनों पक्षों पर करवाई भी किया गया है. न्यायालय में केश भी चल रहा है.
Tags: Bihar News, Gopalganj news, Gopalganj PoliceFIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 16:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed