अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को पिछले 21 साल से तलाश रहा था अमेरिका जानें कैसे एक डॉक्टर बना आतंकी

Ayman al-Zawahiri: दुनिया के कई एक्सपर्ट के मुताबिक 11 सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए हमले के पीछे असली दिमाग अयमान अल-जवाहिरी का ही था. इस हमले में करीब तीन हजार अमेरिक नागरिक मारे गए थे.

अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को पिछले 21 साल से तलाश रहा था अमेरिका जानें कैसे एक डॉक्टर बना आतंकी
नई दिल्ली. आतंकी संगठन अलकायदा के चीफ अयमान अल-जवाहिरी को अमेरिका ने मार गिराया गया है. रविवार को अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में अमेरिका को ये बड़ी कामयाबी मिली. पिछले 21 साल से अमेरिका को अल-जवाहिरी की तलाश थी. अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने आतंक के खिलाफ एक ऑपरेशन के दौरान उसे खत्म कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक जवाहिरी को उस वक्त निशाना बनाया गया जब वो घर की बालकनी में बैठा था. तभी ड्रोन के जरिए दो मिसाइल उस पर दागे गए. अल-जवाहिरी ने अमेरिका पर हुए 11 सितंबर, 2001 के हमलों में मदद की थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस बड़े ऑपरेशन के बाद कहा है कि अब न्याय मिल गया है. आईए विस्तार से जानते हैं कि आखिर कौन था अयमान अल-जवाहिरी…. अयमान अल-जवाहिरी ने साल 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अलकायदा की कमान संभाली थी. जवाहरी को लादेन का बेहद करीबी माना जाता था. उसने दुनिया के कई हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में मास्टरमाइंड की भूमिका निमाई. दुनिया के कई एक्सपर्ट के मुताबिक 11 सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए हमले के पीछे असली दिमाग जवाहरी का ही था. इस हमले में करीब तीन हजार अमेरिक नागरिक मारे गए थे. इस खतरनाक हमले के लिए चार विमानों को हाईजैक किया गया था. इनमें से 2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर्स से टकरा गए थे. अयमान अल-जवाहरी ने अलकायदा की नींव रखने में बड़ी भूमिका निभाई थी. आतंकी गतिविधियों में शामिल होने से पहले जवाहरी मुख्य तौर पर पर आंख का डॉक्टर था. 1980 के दशक में उग्रवादी इस्लाम में शामिल होने के आरोप में उसे कैद किया गया था, उसने अपनी रिहाई के बाद देश छोड़ दिया और हिंसक अंतरराष्ट्रीय जिहादी आंदोलनों में शामिल हो गया. आखिरकार वो अफगानिस्तान में बस गया. इसके बाद जवाहिरी एक अमीर सऊदी ओसामा बिन लादेन के साथ शामिल हो गया. इन दोनों ने  अमेरिका के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया. 11 सितंबर 2001 के हमलों का प्लान तैयार किया. बिन लादेन का पता लगाने और उसे अमेरिका द्वारा मार गिराने में एक दशक लग गया. उसके बाद, जवाहिरी ने अल-कायदा का नेतृत्व संभाला. लेकिन वो काफी कम सक्रिय दिखता था. जवाहरी केवल कभी-कभार ही कोई संदेश जारी करता था. हाल के वर्षों में, जवाहिरी अल-कायदा के सबसे प्रमुख प्रवक्ता के तौर पर उभरा. बीबीसी के मुतबिक साल 2007 में वो 16 वीडियो और ऑडियोटेप में दिखाई दिया. ये बिन लादेन से चार गुना ज्यादा है. दरअसल इस संगठन ने दुनिया भर में मुसलमानों को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने की कोशिश की. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | FIRST PUBLISHED : August 02, 2022, 06:49 IST