नई दिल्ली. देश में एक बड़े गैंगस्टर के तौर पर हाल ही दिनों में उभरे लॉरेंस विश्नोई के गैंग ने एक और नए धंधे में कदम रख दिया है. इसके कारण सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. बताया गया है कि डॉन लॉरेंस विश्नोई की क्राइम कंपनी ने ऑनलाइन गेमिंग ऐप लॉन्च कर दिया है. लॉरेंस विश्नोई ने जुर्म से अपनी करोड़ों की काली कमाई का इन्वेस्टमेंट गेमिंग ऐप में किया है. दिल्ली पुलिस को इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं. राजस्थान, गुजरात और दिल्ली के बड़े बुकी लॉरेंस विश्नोई की गेमिंग ऐप के मुख्य कर्ताधर्ता हैं. दुबई में लॉरेंस विश्नोई के गेमिंग ऐप का मेन सेंटर है.
लॉरेंस विश्नोई के ऑनलाइन गेमिंग ऐप के धंधे में एंट्री के बाद से उसका कारोबार दुबई से ऑपरेट होता है. ये पूरा धंधा एक कंपनी की तर्ज पर चलता है. इस गेमिंग ऐप को चलाने के लिए लॉरेंस विश्नोई के करीबियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. ऐप के प्रमोशन से लेकर उसके संचालन तक सब पर साबरमती जेल से लॉरेंस विश्नोई नजर रखता है. दुबई में सेटल दिल्ली का एक कारोबारी विश्नोई के इशारे पर ये ऐप चलाता है. इस कारोबारी की पंजाब के कई सिंगर्स में अच्छी पैठ है. बताया जा रहा है कि महादेव बेटिंग ऐप से लॉरेंस विश्नोई को गेमिंग ऐप चलाने का आइडिया आया.
महादेव बेटिंग ऐप से लिया आइडिया
महादेव ऐप के संचालको से भी लॉरेंस विश्नोई ने उगाही की कोशिश की थी. सबसे बड़ी बात ये है कि ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए एक आरोपी ने लॉरेंस विश्नोई के लिए ये ऐप डिजाइन की है. ये आरोपी लारेंस विश्नोई के साथ साबरमती जेल में बंद है. ऐप को प्रमोट करने की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा को दी गई थी. गोल्डी और रोहित गोदारा की धमकी के बाद दुबई में कई बड़े गेमिंग ऐप मालिक लॉरेंस विश्नोई की ऐप के जरिये अपना ऐप चला रहे हैं. राजस्थान, गुजरात और दिल्ली के कई बड़े सटोरियों को भारत में ऐप को प्रमोट करने की जिम्मेदारी दी गई है.
गेमिंग के चक्कर में 98 लाख का कर्ज, अब रो-रो कर बुरा हाल
दुबई बड़ा सेंटर
इसके बाद दिल्ली पुलिस के साथ साथ भारत की दूसरी जांच एजेंसियों ने विश्नोई की गेमिंग ऐप की तफ्तीश शुरू की है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक दुबई में सेटल दिल्ली का एक कारोबारी लॉरेंस विश्नोई का करीबी है. पंजाब के कुछ सिंगर भी, उसके करीबी हैं. ऐसे में शक जताया जा रहा है कि कहीं ये सिंगर अपने कार्यक्रमों से कमाए करोड़ों रुपये भी तो इस ऐप में तो इन्वेस्ट नहीं कर रहे हैं. देश की तमाम एजेंसियों को यह अच्छी तरह पता है कि लॉरेंस की क्राइम कंपनी के पास फंड्स की कमी नहीं है. हर महीने ड्रग्स की खरीद-फरोख्त, जबरन बसूली, टोल प्लाजा मालिक, शराब कारोबारी, बड़े बिल्डर्स, बिजनेसमैन, यहां तक कि विदेश में सेटल भारतीय मूल के बड़े ज्वैलरी कारोबारियों से भी हर महीने करोड़ों की वसूली लॉरेंस गोल्डी का सिंडिकेट मिलकर कर रहा है. ऐसे में लॉरेंस ने दाऊद इब्राहिम की तर्ज पर जरायम के साथ-साथ अपना बिजनेस एम्पायर खड़ा करने के लिए यह पहली कोशिश की है. उसने गेमिंग ऐप के बिजनेस में अपने गुर्गों, करीबियों और बड़े कारोबारियों की एंट्री करवाई है.
Tags: Crime News, Delhi police, Google apps, Lawrence BishnoiFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 16:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed