सावधान! जानलेवा हैं मच्छरों से पनपने वाली ये बीमारी बरसात में सबसे अधिक जोखिम

Monsoon Diseases caused by mosquitoes: बारिश का मौसम जितना खुशनुमा होता है, उससे कहीं ज्यादा तकलीफदेह भी. क्योंकि, बारिश अपने साथ कई बीमारियों को लेकर आती है. इस मौसम में बीमारियां बढ़ने का सबसे बड़ा कारण मच्छर होते हैं. अब सवाल है कि आखिर वो कौन सी बीमारियां हैं, जो बारिश में मच्ठरों के काटने से होती हैं? यहां जानें-

सावधान! जानलेवा हैं मच्छरों से पनपने वाली ये बीमारी बरसात में सबसे अधिक जोखिम
Monsoon Diseases caused by mosquitoes: भयंकर गर्मी झेलने के बाद बरसात का मौसम काफी सुहावना लगता है. आपको बता दें कि, ये मौसम जितना खुशनुमा होता है, उससे कहीं ज्यादा तकलीफदेह भी. क्योंकि, बारिश अपने साथ कई बीमारियों को लेकर आती है. इस मौसम में बीमारियां बढ़ने का सबसे बड़ा कारण मच्छर होते हैं. दरअसल, बारिश में जलभराव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है. इन मच्छरों के काटने से तमाम ऐसी बीमारियां पनपती हैं, जिनका समय पर इलाज न कराया जाए तो जान भी जा सकती है. इसलिए जितना संभव हो, खुद का बचाव करें. अब सवाल है कि आखिर वो कौन सी बीमारियां हैं, जो बारिश में मच्ठरों के काटने से होती हैं? क्या हैं बीमारी के लक्षण और कैसे करें बचाव? इस बारे में बता रहे हैं जीटीबी हॉस्पिटल दिल्ली के मेडिसिन युनिट हेड डॉ. अमितेश अग्रवाल- बरसात में आखिर क्यों बढ़ती हैं बीमारियां? डॉ. अमितेश अग्रवाल बताते हैं कि, बारिश के मौसम में वातावरण में नमी आ जाती है. यह नमी बैक्टीरिया, वायरस और मच्छर पनपने के लिए अनुकूल है. इनके संपर्क में आते ही लोग बीमार होने लगते हैं. वैसे तो ये हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं, लेकिन बच्चे और बुजुर्गों में जोखिम अधिक होता है. डेंगू: डॉक्टर के मुताबिक, डेंगू मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों में से एक है. इसके संपर्क में आने पर बुखार, तेज सिरदर्द, औप जोड़ों में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके अलावा, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी होना, त्वचा पर लाल चकत्ते भी पड़ सकते हैं. डेंगू में स्थिति गंभीर होने पर प्लेटलेट काउंट कम होता है, जो जानलेवा हो सकता है. मलेरिया: एनोफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया की बीमारी फैलती है. यह वायरल इन्फेक्शन नहीं, बल्कि पैरासिटिक इन्फेक्शन है. प्लाज्मोडियम नामक परजीवी से संक्रमित मच्छर जब किसी को काटता है, तो वह संक्रमित हो जाता है, जिसे मलेरिया हो जाता है. इस बीमारी में रोगी को सर्दी और सिरदर्द के साथ बार-बार बुखार, शारीरिक कमजोरी और त्वचा पर लाल दाने हो सकते हैं. चिकनगुनिया: एक्सपर्ट के मुताबिक, एडीज मच्छर के काटने से चिकनगुनिया वायरस फैल सकता है. यह वायरस एक से दूसरे में फैल सकता है, दरअसल, जब चिकनगुनिया वायरस से संक्रमित मच्छर किसी को काटता है, तो वो व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है. इस बीमारी में बुखार, जोड़ों में दर्द और त्वचा पर लाल दाने दिखाई दे सकते हैं. फाइलेरिया: फाइलेरिया भी एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इस स्थिति में अक्सर रोगी के पैरों में सूजन, गांठ, और त्वचा के लाल दाने होते हैं. इसके अलावा ये शरीर के कई अंगों में सूजन भी आ सकती है. इसलिए यदि त्वचा में मोटापा, बार-बार बुखार, दर्द के साथ लिम्फ नोड्स में सूजन जैसी समस्याओं की अनदेखी न करें. क्योंकि ये लक्षण फाइलेरिया के हो सकते हैं. ये भी पढ़ें:  दिमाग में आई सूजन तो समझो गई जान..! गुजरात में इस खतरनाक वायरस की एंट्री, जानें लक्षण और बचाव के उपाय ये भी पढ़ें:  पेट के लिए दवा का काम करते हैं ये पत्ते, 1 महीने तक खाली पेट 4-5 पत्तों का सेवन करके देखें, सेहत हो जाएगी चकाचक! बारिश में बीमारियों से ऐसे करें बचाव मच्छरों के पनपने से रोकें, घर के आसपास पानी न जमा होने दें. खानपान का ठीक से ख्याल रखें, बाहर का खाना छोड़ें. कोशिश करें कि हमेशा साफ और उबला पानी ही पिएं. घर और आसपास सफाई को लेकर लापरवाही न करें. समय-समय पर हाथ धोएं, ताकि बैक्टीरिया से बचाव हो सके. Tags: Health benefit, Health tips, Lifestyle, Monsoon SessionFIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 11:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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