रेल कवच सिस्‍टम पर सरकार गंभीर अश्विनी वैष्‍णव ने बताया क्‍या है पूरा प्‍लान

वैष्णव के अनुसार, ‘कवच’ स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली है और इसके लिए उच्चतम सुरक्षा प्रमाणन की आवश्यकता होती है. ‘कवच’ ​​की स्थापना के लिए 1,112.57 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.

रेल कवच सिस्‍टम पर सरकार गंभीर अश्विनी वैष्‍णव ने बताया क्‍या है पूरा प्‍लान
हाइलाइट्स रेल मंत्री ने संसद में एक सवाल पर इसकी जानकारी दी. कवच प्रणाली से रेल हादसों में कमी आने का दावा किया जात है. कवच की स्थापना के लिए 1,112.57 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. नई दिल्‍ली. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली ‘कवच’ ​​की स्थापना के लिए 1,112.57 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. देश में ‘कवच’ प्रणाली की स्थापना के लिए आवंटित और उपयोग की गई धनराशि के विवरण पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसदों- कनिमोझी करुणानिधि और रानी श्रीकुमार द्वारा उठाए गए सवालों के लिखित जवाब में उन्होंने कहा, ‘कवच कार्यों पर अब तक उपयोग की गई धनराशि 1,216.77 करोड़ रुपये है. वर्ष 2024-25 के दौरान आवंटन 1,112.57 करोड़ रुपये है.’ वैष्णव के अनुसार, ‘कवच’ स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली है और इसके लिए उच्चतम सुरक्षा प्रमाणन की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा, ‘‘कवच लोको पायलट के ब्रेक लगाने में विफल होने की स्थिति में स्वचालित रूप से ब्रेक लगाकर ट्रेन को निर्दिष्ट गति सीमा के भीतर चलाने में सहायता करता है और खराब मौसम के दौरान ट्रेन को सुरक्षित रूप से चलाने में भी मदद करता है.’’ मंत्री ने कहा कि अब तक ‘कवच’ को दक्षिण मध्य रेलवे में 1,465 किमी मार्ग और 144 इंजनों पर तैनात किया गया है. दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-हावड़ा कॉरिडोर पर ‘कवच’ की स्थापना की प्रगति की जानकारी देते हुए वैष्णव ने कहा कि 4,275 किमी मार्ग पर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई गई है और 364 टेलीकॉम टावर लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 285 स्टेशनों, 319 लोको और 1,384 किमी रेल ट्रैक पर कवच उपकरण लगाए गए हैं. Tags: Ashwini Vaishnaw, Indian railway, Railway NewsFIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 23:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed