आशीष त्यागी/बागपत. पहाड़ी लौंग एक ऐसी औषधि है जो मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. गला और पेट के सभी रोगों को तेजी से ठीक करने का काम करती है. इसके उपयोग से मुंह से आने वाली दुर्गंध को भी दूर किया जाता है. ये अधिकतर पहाड़ी क्षेत्रों में उगाई जाती है. इसका इस्तेमाल व्यक्ति को करना चाहिए इसका शरीर पर कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता है.
आयुर्वेदिक चिकित्सा डॉक्टर राघवेंद्र चौधरी रणजीत सिंह मेमोरियल क्लीनिक खेकड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि पहाड़ी लौंग अधिकतर पहाड़ी क्षेत्रों में उगाई जाती है. यह देशभर में कहीं भी आसानी से मिल जाती है. ये मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है. यह माइग्रेन के दर्द को ठीक करना, पेट की सभी समस्याओं को ठीक करना, गला संबंधित सभी रोगों को ठीक करना और गाढ़ा हुए खून को पतला करने में भी यह सहायक होती है.
इसके इस्तेमाल से शरीर पर तेजी से चौंकाने वाले फायदे होते हैं और यह तेजी से रोगों को ठीक करने का काम करती है. इसका नियमित इस्तेमाल व्यक्ति को पूर्ण रूप से स्वस्थ रख सकता है और इसे कोई भी व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है.
ऐसे करे लोंग का इस्तेमाल
डॉ राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि इस लौंग का इस्तेमाल आप सब्जी में कर सकते हैं. चाय और दूध के साथ कर सकते हैं और लड्डू में डालकर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे किसी भी रूप में इस्तेमाल करने से यह शरीर को स्वस्थ बनाने का कार्य करती है और यह शरीर की गंदगी को बाहर निकलने का भी काम करती है. पहाड़ी लौंग की कीमत 2750 रुपये किलो है.
Tags: Health, Local18FIRST PUBLISHED : May 17, 2024, 10:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed