आखिर क्यों यूपी के इस जिले में लोग हैं गंदा पानी पीने के लिए मजबूर

UP News: क्या आप मजबूरी में भी गंदा पानी पी सकते हैं? आपका जवाब चाहे जो भी हो. लेकिन जिन लोगों के पास विकल्प न हो, वो आज भी गंदे पानी से गुजारा चला रहे हैं.

आखिर क्यों यूपी के इस जिले में लोग हैं गंदा पानी पीने के लिए मजबूर
अरविन्द दुबे/सोनभद्र: समय के साथ भारत की तस्वीर बदल गई है. लेकिन कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां आज भी लोगों का जीवन मुश्किल में है. अब आप यूपी के सोनभद्र जिले को ही देख लिजिए. सोनभद्र जनपद के विभिन्न इलाकों में आज भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. जिले के नगवां ब्लॉक के मकरी बारी गांव में डायरिया और बुखार का प्रकोप फिर से बढ़ने की बात सामने आई. वहीं पिछले साल गांव में फैली महामारी के बाद भी कोई सबक नहीं ले रहा है. गंदा पानी पीने के लिए लोग मजबूर लखनऊ से आई टीम के सर्वे में बताई गई खामियों के बाद भी ना तो पेयजल का इंतजाम हुआ और नहीं शौचालय का. यहां लोग चुआड़ का पानी भी पी रहे हैं. खुले में शौच करने की वजह से बीमारी दबे पांव गांव में दस्तक देने लगी है. मकरी बारी गांव को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विकास कार्य के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए. बावजूद इसके आज इस गांव में लोग शुद्ध पेयजल सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. पिछले साल 25 जुलाई से 3 अगस्त के बीच गांव में डायरिया के 20 और बुखार के 30 से अधिक मरीज भी पाए गए थे, जिसमें एक की मौत भी हुई थी. खुले में शौच के लिए लोग मजबूर इसके बाद राज्य स्तर से महामारी खुफिया सेवा अधिकारियों की दो सदस्यीय टीम मकरीबारी पहुंची थी. टीम ने 15 मरीजों पर जांच और सर्वे रिपोर्ट पेश किया. रिपोर्ट में सामने आया कि सभी ने चुआड़ के पानी का सेवन किया था. जांच में पानी दूषित मिला था. तब बीमार 73.3 फीसदी लोगों के यहां शौचालय नहीं था. गांव के ढेर सारे लोग खुले में शौच के लिए जाते हैं. लोगों के नहीं मिल रही हैं सुविधाएं राज्य स्तरीय जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में शौचालय और पेयजल की स्थिति सुधारने की अनुशंसा की थी. गांव के लोगों को हर घर नल जल योजना से कनेक्शन भी दिया गया, लेकिन लोगों के घरों नहीं पहुंच रहा शुद्ध पेयजल नहीं पहुंच रहा है. सोनभद्र डीएम बीएन सिंह ने भी उचित कार्रवाई करने को कहा. Tags: Local18, Sonbhadra News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 27, 2024, 11:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed