GK: पोलैंड के कितने स्कूलों के नाम भारत के एक महाराजा के नाम पर रखे गए हैं
GK: पोलैंड के कितने स्कूलों के नाम भारत के एक महाराजा के नाम पर रखे गए हैं
PM Modi Poland Visit: भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी की पोलैंड यात्रा के बाद यह देश काफी चर्चा में है. क्या आपको पता है कि यूरोपियन देश पोलैंड का भारत से गहरा नाता रहा है. इस ऐतिहासिक रिश्ते का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां आज भी भारत के एक महाराजा के नाम पर कई स्कूल संचालित किए जाते हैं.
PM Modi Poland Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा पर हैं. उन्होंने पोलैंड की याता पूरी कर ली है और अब यूक्रेन पहुंचे हैं. पीएम मोदी की पोलैंड याता के बाद यह देश काफी चर्चा में है अधिकतर भारतीयों को यह नहीं पता होगा कि पोलैंड में कुछ स्कूलों के नाम भारत के एक महाराजा के नाम पर रखे गए हैं. इसके अलावा भी कई ऐसे तथ्य हैं जिसे कम ही लोग जानते होंगे. ऐसे में आइए में जानते हैं कि पोलैंड का भारत से क्या कनेक्शन है?
भारतीय महाराजा के नाम पर खुले हैं स्कूल?
आपको जानकार हैरानी होगी कि पोलैंड में भारत के एक महाराजा के नाम पर आठ प्रायमरी और माध्यमिक स्कूल संचालित हो रहे हैं. जी हां जामनगर के महाराजा के नाम पर यहां स्कूल खोले गए हैं. यहां पर जामनगर और कोल्हापुर के महाराजाओं के स्मारक भी बने हुए हैं. दरअसल महाराजा जाम साहेब दिग्विजय सिंह जी रणजीत सिंह जी जडेजा ने द्वितिय विश्वयुद्ध के समय पोलैंड के एक हजार से अधिक शरणार्थियों को शरण दिया था. ये शरणार्थी वर्ष 1942 से 1948 तक यहां रूके थे. उनकी याद में एक स्मारक भी बनवाया गया है. उन्हें वहां गुड महाराजा के नाम से भी जाना जाता है.
पोलैंड का सबसे पुराना विश्वविद्यालय कौन सा है?
जगियेलोनियन विश्वविद्यालय को पोलैंड का सबसे पुराना विश्वविद्यालय माना जाता है. यह पौलेंड के क्राको में है. यह करीब 600 पुराना बताया जाता है.
पोलैंड में कहां पढ़ाई जाती है संस्कृत?
पोलैंड में 19वीं शताब्दी में संस्कृत के ग्रंथों का पोलिश भाषा में अनुवाद किया गया था. जगियेलोनियन विश्वविद्यालय में 1860-61 से संस्कृत का अध्ययन किया जाता है. वर्ष 1893 में यहां संस्कृत पीठ की स्थापना भी की गई थी.
Tags: India news, MPPSC, UPPSC, UPSC, World newsFIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 17:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed