शौक बड़ी नहीं खराब चीज है! लड़की ने खाया आग-धुआं वाला पान पेट में हुआ छेद

OMG News: लड़की लिक्विड नाइट्रोजन वाला पान खाने का अनुभव लेना चाहती थी, मगर उसका यह अनुभव एक बुरे सपने में बदल गया. यह घटना अप्रैल की है और पान खाने के बाद से ही उसके पेट में दर्द और तरह-तरह की परेशानी होने लगी.

शौक बड़ी नहीं खराब चीज है! लड़की ने खाया आग-धुआं वाला पान पेट में हुआ छेद
नई दिल्ली: कहते हैं शौक बड़ी चीज है. मगर कभी-कभी कुछ चीजों का शौक इतना भारी पड़ जाता है कि जान पर बन आती है. बेंगलुरु में 12 साल की लड़की के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. लड़की ने शौक-शौक में आग-धुआं वाला पान (स्मोकी पान) खा लिया. उस पान का असर ऐसा हुआ कि उसके पेट में ही छेद हो गया. लड़की दर्द के मारे कई दिनों तक कराहती रही. और जब अस्पताल पहुंची तो उसके होश उड़ गए. दरअसल, लड़की लिक्विड नाइट्रोजन वाला पान खाने का अनुभव लेना चाहती थी, मगर उसका यह अनुभव एक बुरे सपने में बदल गया. यह घटना अप्रैल की है और पान खाने के बाद से ही उसके पेट में दर्द और तरह-तरह की परेशानी होने लगी. जब पेट दर्द और उससे जुड़ी समस्या से परेशान लड़की को अस्पताल ले जाया गया, तब डॉक्टरों ने पाया कि उसके पेट में एक छेद हो गया है. जी हां, डॉक्टर ने जब जांच की और रिपोर्ट सामने आई तो सभी हैरान रह गए. डॉक्टरों ने बताया कि लड़की को पेरिटोनिटिस हो गया था, जिस वजह से उसके पेट में छेद हो गया. हालांकि, इस घटना पर लड़की ने कहा, ‘मैं सिर्फ स्मोकी पान खाने का अनुभव लेना चाहती थी क्योंकि यह दिलचस्प लग रहा था और बाकी सभी लोग भी इस पान को खा रहे थे.’ पीड़ित लड़की ने आगे कहा,’ पान खाने से किसी को कुछ भी नहीं हुआ, न ही दर्द का एहसास हुआ, मगर केवल मेरे साथ ही पेट की परेशानी हुई.’ पेट में हो गया छेद टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, लड़की को बेंगलुरु स्थित नारायण मल्टीस्पेशालिटी अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने जांच करने के बाद पेट की सर्जरी की सलाह दी. इसके बाद पीड़ित लड़की को पेट के इंट्रा-ऑप ओजीडी स्कोपी और स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी के साथ एक एक्सप्लोरेटरी लैपरोटॉमी से गुजरना पड़ा. ऑपरेटिंग सर्जन डॉ. विजय एचएस ने बताया कि इंट्रा-ऑप ओजीडी स्कोपी एक ऐसी प्रक्रिया है, जहां एक एंडोस्कोप, एक कैमरा और रोशनी से सुसज्जित एक लचीली ट्यूब का इस्तेमाल करके सर्जरी के दौरान अन्नप्रणाली और पेट की जांच करने के लिए किया जाता है.’ 6 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रही लड़की सर्जरी के तहत पेट के करीब 4×5 सेमी वाले हिस्सा को हटा दिया गया. इस तरह लड़की को बचाया गया. हालांकि, पीड़ित लड़की को सर्जरी के बाद 6 दिनों तक अस्पताल में रखा गया और उसके बाद ही उसे डिस्चार्ज किया गया. लिक्विड नाइट्रोजन पान की इस घटना ने डॉक्टरों को भी चिंतित कर दिया है. इसलिए अगर आप भी ऐसे पान खाने का शौक रखते हैं तो इस खबर को जरूर याद कर लें, वरना आपके साथ भी ऐसी परेशानी हो सकती है. Tags: Bengaluru, DoctorFIRST PUBLISHED : May 20, 2024, 14:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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