5 जुलाई 2005 याद है न ये तारीख जब राम मंदिर पर हमला करने आए थे आतंकवादी

Ram Mandir Terrorist Attack: विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि 5 जुलाई 2005 को जो घटना घटित हुई, वह दुर्भाग्यपूर्ण थी. कहीं ना कहीं हिंदू समाज को दुखी करने वाली थी. लेकिन, उस दौरान जितने भी आतंकवादी थे वह सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए. क्योंकि, यहां की रक्षा पवन पुत्र हनुमान करते हैं.

5 जुलाई 2005 याद है न ये तारीख जब राम मंदिर पर हमला करने आए थे आतंकवादी
अयोध्या: प्रभु राम की नगरी अयोध्या में भले ही दुनिया राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने का उत्साह मना रही हो. लेकिन, 5 जुलाई साल 2005 की वह घटना पूरे देशवासियों को झकझोर कर रख दिया था. आज ही के दिन साल 2005 में आतंकवादियों ने प्रभु राम को क्षति पहुंचाने के लिए रॉकेट लांचर चलाने की कोशिश की थी . इस दौरान आतंकवादियों को राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने मार गिराया था. लेकिन, आज भी अयोध्या इस घटना की वर्षी मना रही है. बीते 19 साल पहले आज ही के दिन लश्करे तैयबा के पांच आतंकवादी प्रभु राम के मंदिर में पहुंचे और रॉकेट लांचर फेंके. इस दौरान प्रभु राम अस्थाई मंदिर में विराजमान थे और मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास प्रभु राम की सेवा आराधना कर रहे थे . उस घटना का जिक्र करते हुए आज भी मुख्य पुजारी बताते हैं कि वह पल झकझोर कर देने वाला था. आज ही के दिन पांच आतंकवादी प्रभु राम के दरबार पहुंच गए और रॉकेट लांचर फेंक दिया. इसके बाद एक रॉकेट लांचर का धमाका हुआ, जिसके बाद मौके पर सुरक्षा कर्मी भी अलर्ट हो गए . इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने आतंकवादियों को ढेर कर दिया. जब आतंकवादियों ने राम मंदिर पर किया हमला श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि आज ही के दिन साल 2005 में बालक राम टेंट में विराजमान थे. उस दौरान भी भक्त दर्शन के लिए यहां आते थे. लेकिन, 5 जुलाई के दिन कुछ आतंकवादियों ने हमला किया. सुरक्षा में तैनात लोगों को पता नहीं था, पहली बार यह घटना ऐसी हुई थी. जैसे ही आतंकवादियों ने लांचर फेंका, फिर वहां तेज से आवाज हुई. इसके बाद सभी सुरक्षा में तैनात जवान सतर्क हो गए. सभी ने कहा आतंकवादी आ गए. इसके बाद सीआरपीएफ के जवान तैयार हो गए. आतंकवादी बैरिकेडिंग तोड़कर सीता रसोई के पीछे आ गए, उन आतंकवादियों का उद्देश्य था कि प्रभु राम जहां विराजमान हैं, उसको खत्म कर दिया जाए. लेकिन, मौके पर सुरक्षा सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को ढेर कर दिया. आज 19वीं बरसी है. लेकिन, आज अयोध्या पूरी तरह से बदल गई है. बालक राम अपने भव्य महल में विराजमान हैं आगामी 2 वर्षों में संपूर्ण मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. अब बदल गई है अयोध्या विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि 5 जुलाई 2005 को जो घटना घटित हुई, वह दुर्भाग्यपूर्ण थी. कहीं ना कहीं हिंदू समाज को दुखी करने वाली थी. लेकिन, उस दौरान जितने भी आतंकवादी थे वह सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए. क्योंकि, यहां की रक्षा पवन पुत्र हनुमान करते हैं. शरद शर्मा ने कहा कि 1528 में जिस प्रकार से आक्रांताओं ने हमारे मठ मंदिर को तोड़ा था. हमारे धर्म स्थल पर कब्जा किया था. उसे रोकने का प्रयास किया था. लेकिन, वक्त बदला समय बदला और हमारे मठ मंदिर अब हमें वापस मिल रहे हैं. शरद शर्मा ने कहा कि एक महीने बाद 5 अगस्त का वह दिन है जिस दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन किया था और आज भव्य मंदिर अपनी प्रगति पर है. Tags: Local18, Ram Mandir, Ram Mandir ayodhyaFIRST PUBLISHED : July 5, 2024, 13:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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