कार पर लिखा था पुलिस पास में था DSP का आइडेंटिटी कार्ड पहुंचा थानेदार फिर

Katihar Crime News: खाकी वर्दी में पूरे टशन के साथ कार पर सवार था. पास में डीएसपी का आइडेंटिटी कार्ड भी था. अपने सहयोगी साथ मिलकर लोगों पर रौब जमाता जा रहा था. तभी डंडाखोर थाना का थानेदार पहुंच गया. डीएसपी की वर्दी देख कर ठिठका और अधिकारी समझकर कुछ भी कहने से हिचकने लगा, लेकिन.... बिहार के कटिहार में फर्जी साइबर एसपी के बाद अब फर्जी प्रशिक्षु डीएसपी के गिरफ्तारी से सनसनी मच गई. पूरी रिपोर्ट आगे पढ़िये

कार पर लिखा था पुलिस पास में था DSP का आइडेंटिटी कार्ड पहुंचा थानेदार फिर
कटिहार. एक दिन पहले ही कटिहार के कोढ़ा थाना क्षेत्र से फर्जी साइबर एसपी शम्स तबरेज को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. शम्स तबरेज पर आपोप था कि वह दर्जनों महिलाओं के अश्लील फोटो और वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल कर रहा था. अब डंडखोरा थाना क्षेत्र से फर्जी प्रशिक्षु डीएसपी को कटिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. फर्जी प्रशिक्षु डीएसपी की पहचान कटिहार के ही आजमनगर थाना क्षेत्र के नारायणपुर के रहने वाले मोहम्मद अख्तर हुसैन के रूप में हुई है. उसका एक साथी भी पकड़ा गया है जो उसे फर्जीवाड़े में सहयोग करता था. आरोपी मोहम्मद अख्तर हुसैन के पिता मोहम्मद अब्दुल हुसैन होमगार्ड में तैनात हैं, जबकि कटिहार पुलिस ने उसके साथ जिस शख्स मेहरुद्दीन खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इस पर आरोप है कि वह फर्जी डीएसपी अख्तर हुसैन के सहयोगी है. गिरफ्तार मोहारुद्दीन डंडखोरा थाना क्षेत्र के सकरपुरा गांव के ही रहने वाला है. पूरे मामले पर जानकारी देते हुए एसडीपीओ अभिजीत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को डंडखोरा थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान ये पकड़ा गया है. एसडीपीओ अभिजीत कुमार ने बताया कि डंडखोरा थाना प्रभारी ने शक के आधार पर वाहन जांच शुरू कीतो उन्होंने पाया कि एक शख्स पुलिस की वर्दी में एक कार में बैठकर कुछ दिशा-निर्देश दे रहा है. जब उससे परिचय पूछा गया तब उसने अपने आप को 66वीं बैच का प्रशिक्षु डीएसपी बताते हुए कहा कि फिलहाल वह मोतिहारी में तैनात है. इसी आधार पर जब आगे जांच की गई तो उसकी पहचान फर्जी डीएसपी के रूप में सामने आई. वरीय पदाधिकारी की मौजूदगी में दबिश के साथ पूछताछ करने पर फर्जी डीएसपी मोहम्मद अख्तर हुसैन ने अपना गुनाह कबूल लिया. उसने बताया कि वह इंजीनियरिंग के छात्र रहने के दौरान ही पुलिस की नौकरी से बेहद प्रभावित थे. इसीलिए उसने यूट्यूब से डीएसपी के कार्यकलाप और संबंधित विषय पुरी जानकारी इकट्ठा कर अपने परिवार के लोगों के साथ-साथ समाज के लोगों को धोखा देने की साजिश रची. उसने अपने लिए बाकायदा वर्दी सिलवाई और फर्जी डीएसपी बनकर घूमता था. जांच के दौरान एक और बड़ी बात सामने आई है कि फर्जी डीएसपी बनकर मोहम्मद अख्तर हुसैन जमीन विवाद को लेकर न सिर्फ पंचायती करवाता था, बल्कि अपने फर्जी परिचय के आधार पर अधिकारियों पर भी दबाव बनाता था. फिलहाल फर्जी डीएसपी के रूप में कटिहार पुलिस ने मोहम्मद अख्तर हुसैन और उनके सहयोगी मेहरुद्दीन खान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन लोगों के पास से लग्जरी कार बिहार पुलिस लिखा हुआ आइडेंटिटी कार्ड, पुलिस की वर्दी, कई बैंक के एटीएम कार्ड और अन्य जरूरी कागजात बरामद किए गए हैं. FIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 18:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed