Alumuni meet AU: गौर से देखा पहचाना गले लगे भावुक हुए फिर ताजा की पुरानी

AU Alumni Meet 2024 उल्लास के माहौल में गर्मजोशी से एयू की एलुमिनाई मीट शुरू हुई. पुराने छात्रों ने एक दूसरे को देखा फिर पहचानने की कोशिश की. इसके बाद गले मिलकर अपने कॉलेज के दिनों की यादें ताजा की, कुछ ने यहां के संघर्ष और अपने जीवन में विश्वविद्यालय की अमिट छाप के बारे में बात की, वहीं कुछ एलुमीनी ने यहां अपने पुराने दिनों को याद किया.

Alumuni meet AU: गौर से देखा पहचाना गले लगे भावुक हुए फिर ताजा की पुरानी
रजनीश यादव /प्रयागराज: देश के जाने माने यूनिवर्सिटी में से एक इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दो दिवसीय 27 और 28 अप्रैल को एलुमिनाई मीट का आयोजन किया गया है. देश भर में यह विवि अपनी अलग पहचान रखता है. इस विश्वविद्यालय से निकलकर देश के लगभग सभी क्षेत्र में छात्र अपनी पहचान बनाए हैं. देश के इन दिग्गजों को एक मंच पर लाने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ओर से 1996 बैच के पहले पुराछात्रों का एक सम्मेलन आयोजित कराया है. यहां अब कई दिग्गज एक साथ एक मंच साझा करते हुए अपने जीवन में विश्वविद्यालय के योगदान एवं उसकी यादों को साझा किया. इन दिग्गजों ने साझा की अपनी यादें तिग्मांशु धूलिया- हिंदी फिल्म के जाने-माने निर्देशक दिग्मांशु धूलिया इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पुराने छात्र रहे है. वे बताते हैं कि मैं भले ही मुंबई में रहता हूं लेकिन मेरे दिल में हमेशा इलाहाबाद बसता है. हमारे जीवन में प्रोफेसर पीके घोष और प्रोफेसर अमर सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा है शिखा दरबारी-  एलुमिनाई मीट में पहुंची मुख्य आयकर आयुक्त शिखा दरबारी बताती हैं कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई करने के बाद इलाहाबाद में ही नौकरी करना मेरे लिए गर्व की बात है. मेरे जीवन में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान रहा ये वहीं संस्था है जिसने हमें जीवन जीने का सलीका समझाया प्रोफेसर और सीनियरों का जीवन में बहुत योगदान है. प्रोफेसर संजय – मोतिहारी स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय की कुलपति हैं. विश्वविद्यालय में हुए पूरा छात्र सम्मेलन पर खुशी जताते हुए कहा 1988 में जब वह इविवि में राजनीतिक विज्ञान से पढ़ाई कम्पलीट किए. जिसका आज भी योगदान हमारे जीवन में दिखता है. हमने इलाहाबाद विश्वविद्यालय जो सीखा वह आज भी हमारे काम आता है. इसके अलावा पूरा छात्र सम्मेलन में डॉक्टर प्रवीण राय, जस्टिस अशोक भूषण, न्यायमूर्ति बीएन खरे, विक्रम नाथ सहित 1100 दिग्गज शामिल हुए. यह हुए कार्यक्रम इन दिग्गजों के सम्मान में इलाहाबाद विश्वविद्यालय को रोशनी में डूबा दिया गया था. विज्ञान संकाय एवं कला संकाय की शोभा इस कदर झलक रही थी कि मानो चंद्रमा रात में विश्वविद्यालय में उतर गया हो. इसके साथ हिंदी गजल भजन एवं नृत्य के साथ पुरानियों का स्वागत किया गया. इनके खान पान का ख्याल रखते हुए फूड कोर्ट एवं प्रदर्शनी भी लगाई गई. वही दिन में इन पुरानियों की नौका विहार ऊंट की सवारी आज की व्यवस्था संगम पर की गई है. . Tags: Allahabad news, Allahabad university, Local18FIRST PUBLISHED : April 28, 2024, 11:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed