फैकल्टी ने 23 एम्स के नाम बदलने का किया विरोध स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखा पत्र
फैकल्टी ने 23 एम्स के नाम बदलने का किया विरोध स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखा पत्र
AIIMS: केंद्र सरकार दिल्ली समेत देश के सभी 23 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के नाम को बदलने की तैयारी में है. लेकिन अब एम्स फैकल्टी इसके खिलाफ खुलकर सामने आ गई है. इस बाबत फैकल्टी ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) को एक पत्र भी लिखा है और सभी 23 एम्स के नाम बदलने का सर्वसम्मति से विरोध जताया है.
हाइलाइट्सस्थानीय नायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, ऐतिहासिक घटना, स्मारकों के नाम पर रखने का प्रस्तावनाम बदलने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा मांगे गए थे सुझाव2015 और 2022 के बीच स्थापित 16 एम्स में से 10 संस्थानों में MBBS और OPD सेवाएं भी शुरू
नई दिल्ली. देशभर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स (AIIMS) के नाम को बदलने की मांग उठ रही है. लेकिन अब एम्स फैकल्टी इसके खिलाफ खुलकर सामने आ गई है. इस बाबत एम्स के डॉक्टरों की फैकल्टी एसोसिएशन (AIIMS Faculty) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) को एक पत्र भी लिखा है और सभी 23 एम्स के नाम बदलने का सर्वसम्मति से विरोध किया है.
बताते चलें कि केंद्र सरकार (Central government) ने दिल्ली समेत सभी 23 एम्स का नाम स्थानीय नायकों, स्वतंत्रता सेनानियों, क्षेत्र की ऐतिहासिक घटनाओं अथवा स्मारकों के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा है. सूत्रों की माने तो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सुझाव भी मांगे गए थे.
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इसके बाद अधिकतर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने नामों की सूची सौंप दी थी. अधिकांश एम्स ने सुझाए गए नामों के लिए व्याख्यात्मक नोट के साथ तीन से चार नामों का सुझाव दिया है. लेकिन अब एम्स फैकल्टी ने एम्स के नाम बदलने पर कड़ी आपत्ति जताई है. इसका सर्वसम्मति से विरोध जताते हुए स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है. एम्स के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एम्स अपने सामान्य नाम से जाने जाते हैं और केवल उनके विशिष्ट स्थान से उन्हें पहचाना जाता है.
पीएमएसएसवाई के पहले चरण के तहत बिहार (पटना), छत्तीसगढ़ (रायपुर), मध्य प्रदेश (भोपाल), ओडिशा (भुवनेश्वर), राजस्थान (जोधपुर) और उत्तराखंड (ऋषिकेश) को मंजूरी दी गई थी. इनका संचालन पूरी तरह शुरू भी हो चुका है. वहीं, 2015 और 2022 के बीच स्थापित 16 एम्स में से 10 संस्थानों में एमबीबीएस की पढ़ाई और ओपीडी की सेवाएं भी शुरू की गई हैं, जबकि अन्य दो में केवल एमबीबीएस कक्षाएं शुरू की गई हैं. शेष चार संस्थान निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं.
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Tags: AIIMS, Aiims delhi, Health ministry, Mansukh MandaviyaFIRST PUBLISHED : September 16, 2022, 15:06 IST