आधी मेहनत और लागत में दोगुना मुनाफा जानें क्या है मिक्स खेती का फॉर्मूला

Mixed Crop Farming: ऐसे किसान जिनके पास खेती की जमीन कम है वो मिक्स्ड खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. कई किसान पहले से इस खेती से कमाई कर रहे हैं. मिक्स खेती की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें समय और धन की बचत होती है. इसका फायदा यह भी है कि किसान एक फसल की मेहनत में किसान 2 से लेकर 5 फसलों तक का मुनाफा कमा सकते हैं.

आधी मेहनत और लागत में दोगुना मुनाफा जानें क्या है मिक्स खेती का फॉर्मूला
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: बदलते परिवेश के बीच आधुनिकता के इस दौर में वह दिन बीत गए जब किसान परंपरागत खेती करके साल दर साल नुकसान उठाते रहते थे. अब बदले समय के साथ किसान भी ऐसी फसल उगाना पसंद करते हैं जिससे उन्हें कमाई हो सके. यह सब तैयारी फसल की बुवाई से पहले उसकी अनुमानित लागत, मौसम के हाल और टेक्नोलॉजी से संभव है. आधुनिक तकनीक की मदद से खेती करके कई किसान अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. कई लोग मिश्रित खेती करके फसल उगा रहे हैं तो कहीं बिना सीजन के सब्जी तैयार करके अच्छी कमाई कर रहे हैं. मिश्रित खेती में किसानों को उतनी ही मेहनत और लागत में एक साथ कई फसल मिल जाती हैं. यही मिश्रित खेती की सबसे बड़ी खासियत है. मिश्रित खेती में एक फसल के लिए डाली गई खाद से ही उसके साथ लगी दूसरी फसल को भी उर्वरक मिल जाता है. मिश्रित खेती में लगभग एक मिजाज वाली 2-3 फसलें तैयार की जा सकती हैं. मिश्रित खेती करने वाले फर्रूखाबाद के किसान ग्यारूल बताते हैं कि वह कई दशकों से मिश्रित खेती करते आ रहे हैं. इससे उन्हें नुकसान नहीं बल्कि लाखों रुपए का फायदा ही हुआ है. बचपन से ही मिश्रित खेती करते आ रहे किसान का कहना है कि इससे उन्हें कई सरकारी नौकरी करने वाले व्यक्ति से अधिक मुनाफा हो जाता है. मिर्च के साथ अन्य फसलों की खेती करने वाले किसान ग्यारूल ने बताया कि आमतौर पर प्रति बीघा चार से पांच हजार रुपए की लागत आती है. एक बार फसल तैयार होने के बाद पौधे से मिर्च को अलग कर लेते हैं और फिर मिर्च के पेड़ को काटकर जैविक उर्वरक के रूप में खेत में इस्तेमाल करते हैं. जब पौधे से मिर्च निकलती है तो आम तौर पर उसका वजन प्रति पौधा एक किलो से लेकर पांच किलो तक निकल आता है. इससे किसान मिर्च को वजन के अनुसार डिमांड पर 30 से 100 रुपया की कीमत में बेचते हैं. बीज नहीं पौध की होती है रोपाई मिर्च की खेती करने वाले ग्यारूल के पास खेती के लिए थोड़ी सी ही जमीन है. ऐसे में वह मिश्रित खेती करके वह ज्यादा मुनाफा कमाते हैं. इससे उन्हें एक बीघा में बिक्री और भाव बढ़ने पर अस्सी से एक लाख रूपए का मुनाफा हो जाता है. मिर्च की फसल उगाने में लगभग दो हजार रुपए की लागत आ रही है. लेकिन एक बार जब खेत से फसल निकलना शुरू होती हैं तो फिर मंडी में डिमांड बढ़ जाती हैं. ऐसे समय पर उनकी मिर्च की हाथों हाथ ही बिक्री हो रही है. मिश्रित खेती का तरीका किसान बताते हैं कि वह अपने खेतों में सबसे पहले मिर्च के पौधों की रोपाई करते हैं. इसके बाद उसमें शलजम और चुकंदर के बीजों को बो देते हैं. इसके बाद की क्यारियों के ऊपर धनिया की बुवाई करते हैं. जब मिर्च की फसल तैयार होती है तो नीचे से अन्य फसलें भी तैयार होने लगती हैं. ऐसे में एक समय पर ही पांच फसल से किसान हजारों रुपए की कमाई करते हैं. क्या है खेती का तरीका किसान ने बताया कि वह सबसे पहले खेत को अच्छे से समतल करके इसमें क्यारियां बनाते हैं. अब इनमें पहले से तैयार मिर्च के पौधों को प्रति एक मीटर पर एक पौधे को रोप देते हैं. समय से इसमें सिंचाई करते हैं. इसके बाद जब पौधे बड़े होने लगते हैं तो इनसे मिर्च निकलते हैं. मिर्च को मंडी में बेच दिया जाता है. इसके बाद जब पौधों से पूरी फसल निकल जाती हैं तो इसके पौधे को खेत में ही हरी खाद के रूप के प्रयोग कर लेते हैं. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : June 29, 2024, 13:12 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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