25000 की भीड़ पर अंधाधुंध हुई फायरिंगक्यों खास है बैरिया की अगस्त क्रांति

18 अगस्त 1942 को, जब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बैरिया थाने पर कब्जा करने के लिए आए, तो उस समय के थानेदार काजिम हुसैन ने उन्हें रोकने के लिए लगभग 25,000 की भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग की

25000 की भीड़ पर अंधाधुंध हुई फायरिंगक्यों खास है बैरिया की अगस्त क्रांति
बलिया:  बागी बलिया ने अगस्त क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए एक ऐतिहासिक मिसाल कायम की थी. अगस्त 1942 में शुरू हुई आजादी की लहर ने 19 दिनों तक पूरे जिले को स्वतंत्रता के संग्राम में झोंके रखा. आइए, विस्तार से जानते हैं इस ऐतिहासिक घटना के बारे में. प्रख्यात इतिहासकार डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने लोकल 18 को बताया कि बलिया के बैरिया में स्थित शहीद स्मारक का अगस्त क्रांति में एक महत्वपूर्ण स्थान है. जहां पूरा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, वहीं बलिया की जनता ने 15 अगस्त 1942 को ही आजादी का स्वाद चख लिया था. यह शहीद स्मारक बलिया जिले के बैरिया तहसील में बना हुआ है, और इसके ठीक सामने बैरिया थाना स्थित है, जहां यह ऐतिहासिक संघर्ष हुआ था. आजादी के लिए प्राणों की आहुति 18 अगस्त 1942 को, जब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बैरिया थाने पर कब्जा करने के लिए आए, तो उस समय के थानेदार काजिम हुसैन ने उन्हें रोकने के लिए लगभग 25,000 की भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग की. इस हमले में क्रांतिकारियों ने भी पथराव किया. उस समय इस इलाके में बाढ़ आई हुई थी, और आसपास मक्के की फसल लगी हुई थी. दूसरी ओर, झोपड़ियाँ और घुड़साल थीं. इस संघर्ष के दौरान, निर्भय नारायण सिंह और दुखी कोइरी ने थाने के अंदर झंडा फहराने का प्रयास किया और घोड़े के रास को काट दिया. पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में सैकड़ों लोग बलिदान हो गए, और उनके शवों को गंगा नदी में फेंक दिया गया. इनमें से 20 लोगों के नाम आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं. बलिया: 5 साल पहले ही हासिल की आजादी अगस्त क्रांति के दौरान यह संघर्ष 19 अगस्त तक चलता रहा, और आखिरकार बलिया के क्रांतिकारियों ने 1942 में ही आजादी हासिल कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया. आज भी अगस्त का महीना आते ही बैरिया के क्रांतिकारियों की यादें ताजा हो जाती हैं. जनपद के बुजुर्गों के दिलों में अगस्त क्रांति की घटनाएं आज भी जीवंत हैं, और वे उन गौरवशाली दिनों को याद करते हैं. Tags: History of India, Local18FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 14:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed