भारत में चीतों को बसाए जाने का सद्गुरु ने किया स्वागत कहा- वन्य जीव संरक्षण में दुनिया को दिखाएगी राह

देश में अंतिम चीते की मौत वर्ष 1947 में कोरिया जिले में हुई थी, जो छत्तीसगढ़ में स्थित है. इसके बाद वर्ष 1952 में चीते को भारत में आधिकारिक रूप से विलुप्त घोषित कर दिया गया था. इसके करीब 70 साल बाद चीतों को देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से 8 चीते शनिवार को कुनो नेशनल पार्क में छोड़े गए. चीतों को भारत में फिर से बसाने के लिए सरकार की इस पहल की सद्गुरु जग्गी वासूदेव ने भी प्रशंसा की है.

भारत में चीतों को बसाए जाने का सद्गुरु ने किया स्वागत कहा- वन्य जीव संरक्षण में दुनिया को दिखाएगी राह
हाइलाइट्सवर्ष 1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में देश के अंतिम चीते की मौत हुई थी.इसके बाद वर्ष 1952 में चीते को भारत में विलुप्त घोषित कर दिया गया था.इसके 70 साल बाद इन चीतों को दोबारा बसाने के लिए नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए हैं. नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नामीबिया से लाए गए चीतो को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में एक विशेष बाड़े में छोड़ा. भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के 70 साल बाद उन्हें देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीते शनिवार सुबह कुनो नेशनल पार्क पहुंचे. पहले इन्हें विशेष विमान से ग्वालियर एयरपोर्ट और फिर हेलीकॉप्टरों से श्योपुर जिले में स्थित केएनपी लाया गया. भारत सरकार की इस पहल की सद्गुरु जग्गी वासूदेव ने भी प्रशंका की है. सद्गुरु ने ट्वीट किया, ‘स्वागत योग्य एक शानदार पहल. भारत और नामीबिया की सरकारों को बधाई. कामना है कि इस पहल की सफलता प्रजातियों की विलुप्ति को दूर करने और संरक्षण प्रयासों को मजबूत करने में वैश्विक स्तर पर एक नई मिसाल कायम करे. शुभकामनाएं.’ पीएम मोदी ने कुनो नेशनल पार्क में छोड़े 8 चीते बता दें कि शनिवार को अपना 72वां जन्मदिन मना रहे प्रधानमंत्री मोदी ने चीतों को केएनपी के एक विशेष बाड़े में छोड़ा. इस दौरान चीते धीरे-धीरे अपने पिंजड़ों से बाहर आते दिखे. इस मौके पर प्रधानमंत्री अपने पेशेवर कैमरे से चीतों की तस्वीरें लेते हुए भी दिखाई दिए. इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मंच पर मौजूद थे. बता दें कि देश में अंतिम चीते की मौत वर्ष 1947 में कोरिया जिले में हुई थी, जो छत्तीसगढ़ जिले में स्थित है. इसके बाद वर्ष 1952 में चीते को भारत में विलुप्त घोषित कर दिया गया था. भारत में फिर से चीतों को बसाने के लिए ‘अफ्रीकन चीता इंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट इन इंडिया’ 2009 में शुरू हुआ था और इसने हाल के कुछ वर्षों में गति पकड़ी है. भारत ने चीतों के आयात के लिए नामीबिया सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत इन चीतों को ‘टेरा एविया’ की एक विशेष उड़ान में लाया गया है जो यूरोप में चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक एयरलाइन है और चार्टर्ड यात्री और मालवाहक उड़ानें संचालित करती हैं. कुनो नेशनल पार्क विंध्याचल की पहाड़ियों के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 344 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है. (भाषा इनपुट के साथ) ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Asiatic Cheetah, PM Narendra Modi BirthdayFIRST PUBLISHED : September 17, 2022, 16:58 IST