बकरीद पर जाना है घर तो इस ट्रेन के भरोसे न बैठें 3 दिनों के लिए हो गई रद्द

Bakrid 2024: बकरीद के कारण न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका के बीच चलने वाली मिताली एक्सप्रेस ट्रेन की सेवा तीन दिन के लिए रद्द कर दी गई है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुताबिक हफ्ते में 2 दिन चलने वाली ट्रेन सेवा को रद्द करने का फैसला भारतीय रेलवे ने बांग्लादेश रेलवे के साथ सलाह-मशविरे के बाद लिया.

बकरीद पर जाना है घर तो इस ट्रेन के भरोसे न बैठें 3 दिनों के लिए हो गई रद्द
गुवाहाटी. ईद-उल-अजहा या बकरीद के त्योहार के कारण पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) और बांग्लादेश में ढाका के बीच चलने वाली मिताली एक्सप्रेस ट्रेन की सेवा को तीन दिन के लिए रद्द कर दिया गया है. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के एक बयान के मुताबिक हफ्ते में 2 दिन चलने वाली ट्रेन सेवा को रद्द करने का निर्णय भारतीय रेलवे ने बांग्लादेश रेलवे के साथ सलाह-मशविरे के बाद लिया है. बयान में कहा गया है कि मिताली एक्सप्रेस 12, 16 और 19 जून को एनजेपी स्टेशन से तथा 13, 17 और 20 जून को ढाका से संचालित नहीं होगी. इसमें कहा गया है कि बांग्लादेश में ईद का त्योहार खत्म होने के बाद मिताली एक्सप्रेस की सामान्य सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी. पिछले वर्ष भी ईद के दौरान यह सेवा स्थगित कर दी गई थी. दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के बीच रेलवे के माध्यम से संपर्क को मजबूत करने के लिए 2022 में ट्रेन सेवा की शुरुआत की गई थी. मिताली एक्सप्रेस भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाली तीन ट्रेन में से एक है. अन्य दो ट्रेन कोलकाता-ढाका-कोलकाता मैत्री एक्सप्रेस और कोलकाता-खुलना-कोलकाता बंधन एक्सप्रेस हैं. दिल्ली समेत देश भर में ईद उल अजहा का त्योहार 17 जून को मनाया जाएगा. विभिन्न मुस्लिम धर्म गुरुओं ने यह जानकारी दी. चांदनी चौक स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने शनिवार को बताया कि दिल्ली के आसमान में शुक्रवार शाम बादल छाए रहने की वजह से चांद के दीदार नहीं हो सके, लेकिन देर रात गुजरात, तेलंगाना के हैदराबाद और तमिलनाडु के चेन्नई से इस्लामी कैलेंडर के आखिरी महीने ‘ज़ुल हिज्जा’ का चांद दिखने की पुष्टि हो गई. मुफ्ती ने कहा कि ‘लिहाजा, ईद-उल-अजहा का त्योहार 17 जून को मनाया जाएगा.’ Eid Al Adha 2024 Date: भारत में किस दिन मनाई जाएगी बकरीद, मुस्लिम धर्म गुरुओं ने बता दी तारीख उन्होंने बताया कि ईद उल फित्र के विपरीत बकरीद का त्योहार चांद दिखने के 10वें दिन मनाया जाता है, इसलिए फौरन ऐलान करने की कोई जरूरत नहीं थी और अलग-अलग जगहों से चांद नजर आने की पुष्टि होने का इंतजार किया गया. इस्लामी कैलेंडर में 29 या 30 दिन होते हैं जो चांद दिखने पर निर्भर करते हैं. ईद उल ज़ुहा या अज़हा या बकरीद, ईद उल फित्र के दो महीने नौ दिन बाद मनाई जाती है. Tags: Bakrid wishes, Dhaka news, Festival Special TrainsFIRST PUBLISHED : June 9, 2024, 10:02 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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