टेरर फंडिंग केस: पंजाब के गैंगस्टर और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बीच मिलीभगत का खुलासा चार्जशीट दाखिल
टेरर फंडिंग केस: पंजाब के गैंगस्टर और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बीच मिलीभगत का खुलासा चार्जशीट दाखिल
Terror Fundingकश्मीर जाने वाले एक गाड़ी से 43 लाख रुपये की बरामदगी के बाद पिछले साल नवंबर में मामला दर्ज किया गया था. मूल आरोप पत्र 14 मई को दो आरोपियों मौजम परवेज और उमर फारूक के खिलाफ दाखिल किया गया था.
हाइलाइट्स टेरर फंडिंग मामले में एसआईए द्वारा दाखिल ये दूसरा आरोपपत्र हैपिछले साल नवंबर में मामला दर्ज किया गया थाआतंकवादी हमले शुरू करने के लिए घाटी में जेईएम को पैसे दिए जाने थे
जम्मू. राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने पिछले साल दर्ज आतंकवाद के टेरर फंडिंग मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ मंगलवार को एक आरोपपत्र दाखिल किया. इस आरोपपत्र से आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और पंजाब के गैंगस्टर के बीच मिलीभगत का पर्दाफाश हुआ है.
कश्मीर जाने वाले एक गाड़ी से 43 लाख रुपये की बरामदगी के बाद पिछले साल नवंबर में मामला दर्ज किया गया था. एसआईए के एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की विशेष अदालत के समक्ष, पाकिस्तान में रह रहे जेईएम कमांडर और पंजाब के तीन गैंगस्टर के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम, शस्त्र कानून और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया.
ये दूसरा आरोपपत्र
जनवरी में जांच का जिम्मा संभालने के बाद पिछले तीन महीनों में आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में एसआईए द्वारा दाखिल यह दूसरा आरोपपत्र है. अधिकारी ने कहा कि आरोपपत्र में जेईएम कमांडर आशिक नेंगरू उर्फ आशिक मौलवी का नाम शामिल है. नेंगरू दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा के हंजन बाला गांव का निवासी है. वर्तमान में वह सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में लिप्त है.
क्या कहा अधिकारियों ने
एसआईए के अधिकारी ने कहा कि अन्य चार आरोपियों में पुलवामा के मुजम्मिल अहमद मलिक और पंजाब निवासी रवि कुमार उर्फ नोना, जयदीप धवन उर्फ दीप और अमरबीर सिंह उर्फ गोपी महल शामिल हैं.
43 लाख रुपये की जब्ती
मामला जम्मू पुलिस द्वारा सिद्धरा पुल पर 16 नवंबर, 2021 को कश्मीर की ओर एक यात्री टैक्सी में यात्रा कर रहे तीन व्यक्तियों से 43 लाख रुपये की जब्ती से संबंधित है. मूल आरोप पत्र 14 मई को दो आरोपियों मौजम परवेज और उमर फारूक के खिलाफ दाखिल किया गया था. दोनों पुलवामा के दलीपोरा गांव के निवासी हैं, जिन्होंने पंजाब के अमृतसर से नकदी एकत्र की थी.
ऐसे रची गई थी साजिश
अधिकारी ने कहा, ‘‘जांच से पता चला कि आरोपी परवेज और फारूक ने मुजम्मिल मलिक और आरोपी नेंगरू के साथ साजिश रची थी और रकम को पहुंचाने में मदद की, जिसे भारत में आतंकवादी हमले शुरू करने के लिए घाटी में सक्रिय जेईएम आतंकवादियों को वितरित किया जाना था.’’
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Tags: Jaish-e-Mohammed, Terror FundingFIRST PUBLISHED : July 27, 2022, 06:35 IST