काशी शुभ्रा लौकी और बौनी सेम से आत्मनिर्भर होंगे किसानहोगा बंपर उत्पादन

सेम की इस नई प्रजाति को काशी बौनी सेम-207 नाम दिया गया है. जबकि लौकी की नई प्रजाति अब काशी शुभ्रा के नाम से जानी जाएगी. भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर डॉ. नागेंद्र ने बताया कि सेम और लौकी की ये दोनों प्रजातियां किसानों के उपज को बढ़ाने के साथ उनकी आय भी बढ़ाएगी.

काशी शुभ्रा लौकी और बौनी सेम से आत्मनिर्भर होंगे किसानहोगा बंपर उत्पादन
वाराणसी: किसानों के आय को दोगुना करने के लिए मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके लिए खेती के नए टिप्स किसानों को दिए जा रहे हैं साथ ही फल-सब्जियों पर रिसर्च के बाद उनकी नई प्रजातियों की खोज पर कृषि वैज्ञानिक लगातार काम कर रहे हैं. जिससे कम समय और कम लागत में ज्यादा पैदावार हो. इसी कड़ी में भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र वाराणसी में तैयार लौकी और सेम की नई प्रजाति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया है. सेम की इस नई प्रजाति को काशी बौनी सेम-207 नाम दिया गया है. जबकि लौकी की नई प्रजाति अब काशी शुभ्रा के नाम से जानी जाएगी. भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र के डायरेक्टर डॉ. नागेंद्र ने बताया कि सेम और लौकी की ये दोनों प्रजातियां किसानों के उपज को बढ़ाने के साथ उनकी आय भी बढ़ाएगी. 1 हेक्टेयर में 236 क्विंटल उत्पादन काशी बौनी सेम 207 एक झाड़ीनुमा सेम है. जिसके पौधे की ऊंचाई 65 से 70 सेमी है. इस सेम की बुआई अक्टूबर के पहले सप्ताह से नवम्बर के दूसरे सप्ताह तक कि जा सकती है. इसके बुआई के 90 दिन बाद इसमे फल दिखने लगते है और. इसमें 10 से 12 सेंटीमीटर लम्बी सेम इस पौधे से उपलब्ध होंगे. एक हेक्टेयर भूमि में करीब 236 क्विंटल सेम की पैदावार की जा सकती है. गौरतलब है कि कि सेम की यह प्रजाति 35 डिग्री सेल्सियस पर अच्छी उपज दे सकती है. काशी शुभ्रा की खासियत वहीं बात काशी शुभ्रा लौकी की करें तो इसके बुआई के 55 दिन बाद इस प्रजाति के अच्छे फल दिखने लगते हैं ,जिसकी तुड़ाई फिर शुरू की जा सकती है. इस लौकी कि लम्बाई 28 से 30 सेंटीमीटर होगी. जबकि इसका वजन 800 ग्राम के आस पास होगा. यह लौकी लंबे समय तक खराब नहीं होगी. इस वजह से इसका निर्यात भी किया जा सकेगा. जिससे किसानों के फसल की अच्छी कीमत मिलेगी. Tags: Agriculture, Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 12:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed