पहले बकरी फिर इंसानों में धड़केगा कृत्रिम हृदय IIT कानपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट
पहले बकरी फिर इंसानों में धड़केगा कृत्रिम हृदय IIT कानपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट
Science News Update: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी कानपुर का ड्रीम रिसर्च प्रोजेक्ट अब पूरा होता दिख रहा है. संस्थान पिछले कई वर्षों से कृत्रिम हृदय के निर्माण पर शोध कर रहा था, जो अब ट्रायल स्टेज में पहुंच गया है.
अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. आईआईटी कानपुर पिछले कई वर्षों से कृत्रिम हृदय पर काम कर रहा है. इसको लेकर कई चरणों में काम हो रहे थे, जो अब पूरे होते दिख रहे हैं. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर का बनाया यह कृत्रिम हृदय अब बनकर तैयार हो चुका है. जल्द ही आईआईटी कानपुर इसका ट्रायल करने जा रहा है. इंसानों में इसके इस्तेमाल से पहले बकरी के ऊपर आर्टिफिशियल हार्ट का ट्रायल किया जाएगा. बकरी के सीने में सबसे पहले आईआईटी कानपुर का बनाया कृत्रिम हृदय धड़केगा. आईआईटी कानपुर ने इसे हृदय यंत्र का नाम दिया है. यह आईआईटी कानपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है.
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने लोकल18 को बताया कि यह IIT कानपुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिस पर कई साल से काम चल रहा है. कई चरणों में शोध करने के बाद यह तैयार कर लिया गया है. अब इसके ट्रायल की तैयारी की जा रही है. सबसे पहले इसका ट्रायल बकरी पर करना है. उन्होंने बताया कि पहले इस कृत्रिम हृदय का ट्रायल सूअर पर किया जाना था, लेकिन बाद में वैज्ञानिकों ने बकरी पर इसे इस्तेमाल करने की योजना बनाई.
टाइटेनियम से बना है कृत्रिम हृदय
आईआईटी कानपुर का तैयार किया यह कृत्रिम हृदय टाइटेनियम धातु से बनाया गया है. वैज्ञानिक भाषा में इस यंत्र को लेफ्ट वेंट्रिकुलर एसिस्ट डिवाइस (Left Ventricular Assist Device LVAD) कहते हैं. प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने लोकल18 को बताया कि आर्टिफिशियल हार्ट का इस्तेमाल उन लोगों पर किया जाएगा, जिनका दिल सही से काम नहीं कर रहा होता है. साथ ही डॉक्टरों के लिए सर्जरी करना संभव नहीं होता, उन लोगों के लिए यह हृदय यंत्र वरदान साबित होगा. इसकी मदद से खून को पंप कर धमनियों के सहारे पूरे शरीर पर पहुंचाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि हालांकि दुनिया में कई देशों ने कृत्रिम हृदय बनाए हैं, लेकिन उनकी कीमत करोड़ों रुपए होती है. आम आदमी के लिए ऐसे यंत्रों को लगाने का खर्च उठाना मुश्किल है. वहीं आईआईटी कानपुर के बनाए कृत्रिम हृदय की लागत कम होगी. प्रयास किया जा रहा है कि इसके निर्माण की लागत कम से कम हो सके, ताकि आम हृदय रोगियों को यह किफायती दाम पर मिल सके. प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि LVAD का जल्द ही एनिमल ट्रायल शुरू हो जाएगा.
Tags: Iit kanpur, Kanpur news, Local18, Medical Devices, Science News TodayFIRST PUBLISHED : June 10, 2024, 20:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed