इटावा/रजत कुमार: प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत लोगों के फायदे के लिए की गई है. गरीब लोग इस योजना के तहत अपना घर खरीदते हैं. लेकिन बावजूद इसके योजना का लाभ सही ढंग से गरीब नहीं उठा पा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में विकास अधिकारियों के पास इस योजना के गोलमाल की जानकारी आने के बाद कार्यवाही शुरू की गई है.
जरूरतमंद लोगों से दूर योजना!
इटावा में प्रधानमंत्री आवास योजना जरूरतमंद लोगों की पहुंच से दूर दिखाई दे रही है. बढ़पुरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत कामेत ने जरूरतमंदों को आवास मिलने के नाम पर 20 हजार रुपये मांग किए जाने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है.
बरसात, गंदगी और मजबूरी
बारिश में लोग झोपड़ियों और गंदगी में रहने को मजबूर हैं. ग्रामीणों को बरसात में काफी परेशानियां होती है. प्रधान को कई बार निवेदन किया है. आवेदन भी किया. लेकिन आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका. ग्राम पंचायत ने ऐसे लाभार्थी भी दिखे, जिन्हे आवास मिले. एक वर्ष से अधिक समय हो गया है, लेकिन अभी तक उन पर छत नहीं पड़ी.
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि उनसे 20 हजार रुपये लिए गए, तब आवास दिए. इटावा के ग्राम विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक शरद सक्सेना बताते हैं कि इटावा जिले में 18205 लोगों के आवास पूर्ण हो चुके हैं. 75 आवास अभी अधूरे हैं. मुख्यमंत्री आवास 1005 आवास पूर्ण हो चुके हैं. 83 आवास अभी निर्माणाधीन हैं. परियोजना निदेशक के अनुसार अपात्रों को आवास मिले हैं. इस शिकायत के आधार पर जांच में अनियमितता पाई गई थी.
गांव के पीड़ित ने सुनाई आपबीती
गांव के पीड़ित ने बताया कि लगभग 50 वर्षों से यहां रह रहे हैं. परिवार में 14 लोग रहते हैं. एक ही झोपड़ी पड़ी है. बारिश में बहुत बुरा हाल हो जाता है. कई विषैले कीड़े भी मिलते हैं. छोटे बच्चे भी हैं. कई बार प्रधान सचिव से बोला लेकिन 20 हजार रुपए की मांग की है, लेकिन मजदूरी करते हैं इसलिए मेरे पास रुपए नहीं है. कोई सुविधा नहीं मिली सरकारी आज तक.
Tags: Etawah news, Local18FIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 15:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed