बहराइच: छोटी-बड़ी कई तरह की दुकान आपने देखी होगी. लेकिन इसमें खास क्या है? खास यह है कि आपने गाड़ी वाली दुकान नहीं देखी होगी, जिसकी कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं. बहराइच में पिछले 15 सालों से टाटा ऐस गोल्ड (छोटा हाथी) वाहन पर बृजेश कुमार पांडेय, धार्मिक पुस्तकें, पूजा सामग्री, जामुन सिरका आदि सामान की बिक्री करते आ रहे है.वो अपना वाहन दुकान बहराइच शहीद पार्क व कोतवाली नगर के बीच खाली स्थान पर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक लगाते हैं.
कैसे आया था गजब का आईडिया?
बृजेश कुमार पांडेय वाहन के मालिक कहते हैं, ‘काम के साथ-साथ उनका धामिर्क चीजों में भी लगाव था. विचार था कही बाजार में एक दुकान खोलने का लेकिन पैसे के अभाव से खोल नही पाए.क्योंकि दुकान खोलने के लिए तो लाखों रुपये की जरूरत होती है. तो सोचा क्यों ना इस काम को वाहन में ही दुकान बना कर किया जाए.और सोच को हाकित में बदलने निकल पड़े.फिर टाटा ऐस गोल्ड(छोटा हाथी) वाहन को भी दुकान बना डाला.’
ढेर सारे चैलेंज किए पार
बृजेश शुक्ला बताते हैं कि वाहन बनवाने में ही सारा पैसा खर्च हो गया. फिर सामने बड़ा चैलेंज था. उन्होंने गोरखपुर की प्रसिद्ध गीता प्रेस के बारे में सुना.और थोड़े पैसे लगा कर उनकी पस्तकें मंगवा कर बिक्री करने लगे.
आमदनी से हैं संतुष्ट
बृजेश जी बताते हैं कि वाहन में व्यपार करने से उन्हें कई फायदे हैं.सबसे पहले तो उन्हें कहीं किराया नहीं देना पड़ता. वाहन में ही एक छोटा पंखा औऱ लाइट लगा रखी है, जो बैटरी से चलती है. बिजली बिल की भी छुट्टी है. अब जो कमाई होती है सीधे जेब में. इतनी कमाई हो जाती है कि घर परिवार पालने के साथ कुछ बचत भी हो जाती है.
Tags: Ajab Gajab, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 15:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed