इस फूल की खेती पर सरकार दे रही है सब्सिडी ऐसे ले सकते हैं लाभ

कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह बताते हैं कि ग्लेडियोलस फूलों की खेती कर किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. एक हेक्टेयर में करीब तीन लाख रुपए तक की लागत लगती है. जबकि मुनाफा 10 लाख से ऊपर निकल जाता है. वहीं जिला उद्यान विभाग से किसानों को इसकी खेती पर सब्सिडी दी जा रही है. किसान जिला उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं.

इस फूल की खेती पर सरकार दे रही है सब्सिडी ऐसे ले सकते हैं लाभ
कन्नौज. उत्तर प्रदेश के किसानों में फूलों की खेती के प्रति रूझान बढ़ता जा रहा है. इसका असर कन्नौज में भी देखने को मिल रहा है. यहां के किसान भी फूल की खेती करना प्रारंभ कर दिया है. फूल की खेती में किसान ग्लेडियोलस की खेती कर सकते हैं. इस फूल की खेती में लागत से तीन गुणा अधिक मुनाफा होता है. हालांकि इसकी खेती में किसानों को थोड़ी सावधानी भी बरतनी पड़ेगी. वहीं जिला उद्यान विभाग की ओर से  किसान को ग्लेडियोलस फूल की खेती पर सब्सिडी भी मिलता है. दो से आठ फीट तक का होता है ग्लेडियोलस का पौधा ग्लेडियोलस एक बहुत ही सुन्दर फूल है जो सबसे ज्यादा लोकप्रिय फूलों में से एक है. इसके पौधो की ऊंचाई 2 से 8 फीट तक होती है. ग्लेडियोलस फूलों के रंग और आकार की एक बड़ी रेंज है. एक पौधे की डंडी में 30 तक फूल लगते है जो या तो एक ही रंग या फिर दो या तीन रंग के सम्मिश्रण में होते हैं. भारत में ग्लेडियोलस सबसे लोकप्रिय व्यावसायिक कट लावर फसल बन गयी है. ग्लेडियोलस की मांग दिन प्रति दिन बढ़ रही है, क्योंकि बहुरंगी किस्में, अलग-अलग रंग और आकार का फूल होता है. इस फूल का प्रयोग ज्यादातर सजावट में किया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस फूल की है अधिक डिमांड ग्लेडियोलस मैदानी और पहाड़ी इलाकों की जलवायु में एक विस्तृत श्रृंखला में उगाया जा रहा है. ग्लेडियोलस एक बारहमासी बल्बनुमा फूल परितारिका परिवार का सदस्य है. इसे लिली तलवार भी कहा जाता है. ये फूल एशिया, यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और उष्णकटिवंधीय अफ्रीका में पाया जाता है. इसके फूल गुलाबी, सफेद, लाल, क्रीम, नारंगी, सफेद और बैंगनी रंग के होते है. ग्लेडियोलस फूल अगस्त में खिलता है. भूमध्य और ब्रिटिश ग्लेडियोलस फूल शरीरिक रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ग्लेडियोलस अपने सुन्दर फूल स्पाइक के लिए जाना जाता है. इसके शानदार रंग, आकर्षक आकार, उत्कृष्ट एवं गुणवत्ता के लिए मशहूर है. ग्लेडियोलस भी तलवार लिली के रूप में जाना जाता है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में काफी मांग है. ग्लेडियोलस की खेती के लिए दोमट मिट्‌टी है उपयुक्त ग्लेडियोलस की खेती के लिए तापक्रम 16 डिग्री सेंटीग्रेट तथा अधिक तापक्रम 23 से 40 डिग्री सेंटीग्रेट उपयुक्त होता है. इसमें फूल आने पर बरसात नहीं होनी चाहिए. ग्लेडियोलस की खेती सभी प्रकार की भूमि में की जा सकती है, लेकिन बलुई दोमट भूमि सर्वोत्तम मानी जाती है. भूमि की तैयारी और बुवाई जिस खेत में ग्लेडियोलस की खेती करनी हो उसकी 2-3 बार अच्छी तरह से जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए. इसके लिए खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए, क्योंकि इसकी जड़ें भूमि में अधिक गहराई तक नहीं जाती है. सरकार दे रही है सब्सिडी ग्लेडियोलस की खेती घनकंदों द्वारा की जाती है. बुवाई करने का सही समय मध्य अक्टूबर से लेकर नवंबर तक रहता है. किस्मों को उनके फूल खिलने के समयानुसार अगेती, मध्य और पछेती के हिसाब से अलग-अलग क्यारियों में लगाना चाहिए. कृषि वैज्ञानिक अमर सिंह बताते हैं कि ग्लेडियोलस फूलों की खेती करके किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. एक हेक्टेयर में करीब तीन लाख रुपए तक की लागत लगती है. मुनाफा 10 लाख से ऊपर निकल जाता है. वहीं जिला उद्यान विभाग से किसानों को इसकी खेती पर सब्सिडी दी जा रही है. किसान कार्य दिवस में आकर जिला उद्यान विभाग से इसकी संपूर्ण जानकारी ले सकते हैं. Tags: Agriculture, Kannauj news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 17:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed