हाथरस कांड के बाद बाबाओं पर भृकुटी तनी 137 बाबाओं को नोटिस
हाथरस कांड के बाद बाबाओं पर भृकुटी तनी 137 बाबाओं को नोटिस
Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज से बड़ी खबर सामने आयी है. हाथरस भगदड़ कांड के बाद यहां के साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था ने 137 संतों को नोटिस जारी किया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दूसरे गुट के महामंत्री और निर्मोही अनी अखाड़े के श्री महंत राजेंद्र दास के मुताबिक ऐसे बाबा और साधु संत जो पैंट शर्ट पहनते हैं और किसी संत परंपरा या अखाड़े से नहीं आते हैं.
प्रयागराजः हाथरस में सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौतों की घटना के बाद साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद भी अब एक्शन में है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अब तक सौ से ज्यादा महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर के साथ ही प्रमुख पदों पर बैठे संतो को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. कई अखाड़ों के करीब 137 संतो को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. सभी संतो को अगस्त महीने तक जवाब दाखिल करना है. संतों की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन संतों का अखाड़े से निष्कासन हो सकता है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दूसरे गुट के महामंत्री और निर्मोही अनी अखाड़े के श्री महंत राजेंद्र दास के मुताबिक ऐसे बाबा और साधु संत जो पैंट शर्ट पहनते हैं और किसी संत परंपरा या अखाड़े से नहीं आते हैं. वह कतई साधु संत नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा है कि ऐसे फर्जी, ढोंगी और पाखंडी बाबाओं का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद महाकुंभ में प्रवेश प्रतिबंधित करेगा. उन्होंने बड़ी संख्या में देश में घुसपैठिए के रूप में आए रोहिंग्या मुसलमानों के भगवाधारी बनकर भिक्षाटन करने को भी गंभीर समस्या बताया है. महंत राजेंद्र दास ने कहा है कि महाकुंभ में ऐसे रोहिंग्या मुसलमान को भी रोका जाएगा जो कि साधु संत बनकर यहां पर सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने के लिए आएंगे.
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महंत राजेंद्र दास ने कहा है कि पंच परमेश्वरों की ओर से गोपनीय जांच के बाद ही ऐसे साधु संतों को नोटिस जारी किया गया है. जिनके क्रियाकलाप अखाड़े के नियमों के विपरीत पाए गए हैं. उनके मुताबिक निरंजनी अखाड़े ने करीब दो महीने पहले ही अपने एक महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी को ना केवल निष्कासित करने की कार्रवाई की थी, बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा कर उन्हें जेल भी भिजवाया था. महंत राजेंद्र दास के मुताबिक संगम की धरती पर जनवरी 2025 में विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक मेले महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. ऐसे में अखाड़ा परिषद की कोशिश होगी कि ऐसे किसी भी साधु संत और बाबाओं को महाकुंभ मेले में प्रवेश ना करने दिया जाए. जिससे कि सनातन धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचती हो.
महंत राजेंद्र दास ने यहां तक कहा है कि फर्जी, ढोंगी और पाखंडी बाबाओं और साधु संतों के खिलाफ अखाड़ा परिषद ने पहले भी कार्रवाई की है. एक बार फिर से कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा है कि पैंट शर्ट पहनकर लोगों को चमत्कार दिखाने और अंधविश्वास की ओर धकेलने वाले साधु संत और बाबा नहीं हो सकते. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में ऐसे फर्जी और ढोंगी साधु संतों और बाबाओं के प्रवेश को भी रोका जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए मेला प्रशासन से भी ऐसे लोगों को चिन्हित करने की मांग की जाएगी. मीडिया से भी सहयोग लिया जाएगा.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत राजेंद्र दास ने रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या को गंभीर बताया है. उन्होंने मेला प्रशासन से बड़ी मांग की है. उन्होंने कहा कि देश में बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठिए के रूप में आ गए हैं. वह देश के अलग-अलग क्षेत्र में रह रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं. जबकि रोहिंग्या मुसलमान भगवाधारी वेषभूषा में साधु संत बनकर लोगों के बीच जाकर भिक्षाटन कर रहे हैं.
Tags: Allahabad news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 23:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed