सुखबीर सिंह बादल पद छोड़ो अकाली दल के सीनियर लीडर्स ने खोला मोर्चा
सुखबीर सिंह बादल पद छोड़ो अकाली दल के सीनियर लीडर्स ने खोला मोर्चा
अकाली दल में बगावत हो गई है. पार्टी के कई सीनियर लीडर्स ने पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वे पद छोड़ने की मांग कर रहे हैं.
चंडीगढ़. विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी खराब प्रदर्शन के बाद शिरोमणि अकाली दल में बगावत हो गई है. पार्टी के सीनियर लीडर्स ने पार्टी प्रमुख सुखबीर बादल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनकी मांग है कि सुखबीर बादल अपना पद छोड़ दें और किसी अन्य नेता को इसकी जिम्मेदारी दी जाए.
अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जागीर कौर, परमिंदर सिंह ढींडसा और सरवण सिंह फिल्लौर ने जालंधर में अकाली दल बचाओ मोर्चा निकाला. इन नेताओंने पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया. इससे पहले पार्टी के भविष्य पर चर्चा के लिए पांच घंटे तक नेताओं की बैठक हुई. कहा जा रहा है कि ज्यादातर नेता चाहते हैं कि सुखबीर सिंह बादल तुरंत अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दें. चंदूमाजरा ने कहा, एक मजबूत राजनीतिक और धार्मिक समझ रखने वाले व्यक्ति को पार्टी की कमान सौंपी जानी चाहिए. बता दें कि ये सभी नेता चंडीगढ़ में सुखबीर बादल द्वारा बुलाई गई हलका प्रभारियों की बैठक में शामिल नहीं हुए. उधर, सुखबीर सिंह बादल ने जालंधर में पार्टी नेताओं की बैठक को शिरोमणि अकाली दल को कमजोर करने की कोशिश करार दिया. बादल ने कहा, हम इस प्रयास से जमकर मुकाबला करेंगे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में अकाली दल ने पंजाब की सभी 13 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन सिर्फ एक सीट बठिंडा जीत पाई. इस सीट पर भी सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत की वजह से जीत मिली. पार्टी के 10 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. पार्टी को 2019 लोकसभा चुनाव में 27.45% वोट मिले थे, लेकिन इस चुनाव में उसे केवल 13.42% मत मिले. वहीं, भाजपा को 18.52% वोट शेयर मिला, जो 2019 में 9.63% था.
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से अकाली दल को न केवल अमृतपाल के मुद्दे पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि पार्टी के भीतर भी सुधार की मांग उठ रही है. ढींडसा, बीबी जागीर कौर और मनप्रीत सिंह अयाली सहित समेत कई सीनियर नेताओं ने अकाली दल के लगातार खराब प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं. नेताओं ने कहा, हमें बैठकर गंभीरता से सोचने की जरूरत है कि पार्टी का अस्तित्व बचाए रखने के लिए क्या किया जाना चाहिए. अयाली ने पार्टी को फिर से पटरी पर लाने के लिए झुंडन समिति की रिपोर्ट को लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि यह दुर्भायपूर्ण है कि पंजाब के लोगों ने शहीदों की पार्टी में अपना विश्वास खो दिया है.
Tags: Punjab news, Shiromani Akali Dal, Sukhbir singh badalFIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 20:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed