लखीमपुर: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में आदमखोर बाघ का आतंक बढ़ता जा रहा है. बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग ने 24 कैमरे और 4 पिंजरे लगाए हैं, लेकिन बाघ इन पिंजरों तक नहीं पहुंच रहा है और लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहा है. इस कारण ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है.
हाल ही में एक किसान पर बाघ ने हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद से किसान अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं, और छात्र-छात्राएं भी स्कूल जाने से कतरा रहे हैं. वन विभाग ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए लगातार जागरूक कर रहा है, लेकिन बाघ की लोकेशन बार-बार बदलने के कारण उसे पकड़ पाना चुनौती साबित हो रहा है.
बदल रहा लोकेशन
बाघ अपनी लोकेशन को 5 किलोमीटर की दूरी में लगातार बदल रहा है, जिससे वन विभाग के लगाए गए पिंजरों में उसे कैद करना अब तक असंभव हो गया है. बाघ को बेहोश करने के लिए कानपुर प्राणि उद्यान और पीलीभीत से विशेषज्ञों की टीमें भी बुलाई गई हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है.
40 गांवों में बाघ के खौफ
लगभग 40 गांवों में बाघ के खौफ से लोग डरे हुए हैं. पिछले 15 दिनों में यह बाघ के हमले से होने वाली दूसरी मौत है, लेकिन वन विभाग अब तक इस आदमखोर बाघ को पकड़ने में नाकाम रहा है. ग्रामीणों की जान पर मंडरा रहे इस खतरे से निपटने के लिए विभाग के प्रयास अपर्याप्त साबित हो रहे हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है.
Tags: Local18, Tiger huntFIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 09:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed