Nainital: कुमाऊं का इकलौता सेंटर जहां मिलेगी उत्तराखंड के हर स्वतंत्रता सेनानी की जानकारी

Regional Rrchive Nainital: नैनीताल के तल्लीताल में स्थित क्षेत्रीय अभिलेखागार में भारत ही नहीं बल्कि विदेश से भी रिसर्च स्कॉलर आते हैं. 1977 में नैनीताल में क्षेत्रीय अभिलेखागार की स्थापना की गई थी.

Nainital: कुमाऊं का इकलौता सेंटर जहां मिलेगी उत्तराखंड के हर स्वतंत्रता सेनानी की जानकारी
रिपोर्ट- हिमांशु जोशी नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल में क्षेत्रीय अभिलेखागार मौजूद है. यह पूरे कुमाऊं मंडल का इकलौता सेंटर है. इस क्षेत्रीय अभिलेखागार में साल 1800 से लेकर 1965 तक के अभिलेखों का संरक्षण किया गया है. यहां आपको उत्तराखंड के सभी स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी आसानी से मिल जाएगी. नैनीताल के तल्लीताल स्थित इस अभिलेखागार में भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी रिसर्च स्कॉलर आते हैं. अभिलेखागार की स्थापना साल 1949 में इलाहाबाद में शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत हुई थी. कुछ समय बाद अप्रैल 1951 में 53 महात्मा गांधी रोड, इलाहाबाद में अभिलेखागार का स्वतंत्र रूप से निर्मित भवन में स्थानांतरण कर दिया गया. जुलाई 1973 में लखनऊ में आधुनिक अभिलेखागार भवन के निर्माण के बाद मुख्य अभिलेखागार लखनऊ में स्थापित किया गया. कुछ समय के बाद पर्वतीय विकास योजना के अंतर्गत 1977 में नैनीताल में क्षेत्रीय अभिलेखागार की स्थापना की गई. अभिलेख किसी भी समाज के सांस्कृतिक विरासत, प्रजातंत्र एवं स्वतंत्रता के परंपराओं तथा आदर्शों का संग्रहित प्रमाण होता है. अभिलेखागार का प्रमुख उद्देश्य राजकीय कार्यालयों तथा अर्द्ध राजकीय स्रोतों से उपलब्ध अप्रचलित अभिलेखों का अभिलेखागार में स्थानांतरण एवं वैज्ञानिक संरक्षण करना होता है. नैनीताल के इस क्षेत्रीय अभिलेखागार में संग्रह क्षेत्र स्वतंत्रता संग्राम से पूर्व प्रमुख पत्रिकाएं चांद, सरस्वती, गढ़वाली समाचार पत्र, आगरा से प्रकाशित सैनिक समाचार पत्रों का भी संरक्षण किया जा रहा है. इसके साथ ही उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित संस्मरणों को सुरक्षित रखने का कार्य करता है. इग्नू से पीएचडी कर रही छात्रा हंसा रावत ने बताया कि अभिलेखागार किसी भी शोधकर्ता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. इससे इतिहास को अच्छी तरह समझकर भविष्य में उसका इस्तेमाल किया जा सकता है. विदेश से भी आते हैं शोधकर्ता वहीं, क्षेत्रीय अभिलेखागार के अभिलेख अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि यहां उत्तराखंड स्वतंत्रता सेनानियों की लगभग 400 पत्रावलियां हैं, जिनमें डूंगर सिंह बिष्ट, गोविंद बल्लभ पंत, श्याम लाल वर्मा व अन्य शामिल हैं. उन्होंने बताया कि शोध करने वाले छात्र केवल उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश के अन्य जगहों से भी आते हैं. इसके अलावा लंदन, कैलिफोर्निया व अन्य देशों से भी शोधकर्ता यहां आते हैं. नैनीताल क्षेत्रीय अभिलेखागार का पता; 276, माउंट रोज कंपाउंड, तल्लीताल, नैनीताल. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Nainital news, Nainital tourist placesFIRST PUBLISHED : September 15, 2022, 18:18 IST