गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में पहुंची यह दुर्लभ नस्ल की गाय जानिए खासियत
गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में पहुंची यह दुर्लभ नस्ल की गाय जानिए खासियत
पुंगनूर नस्ल की गायें अपनी छोटी कद-काठी और मिलनसार स्वभाव के लिए जानी जाती हैं. यह नस्ल देशभर में बहुत दुर्लभ मानी जाती है और इनकी विशेष देखभाल करनी पड़ती है.
रजत भट्ट/गोरखपुर : गोरखपुर का प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर, जो गौसेवा के प्रति अपनी अद्वितीय पहचान रखता है, एक बार फिर चर्चा में है. मंदिर की गोशाला में आंध्र प्रदेश की दुर्लभ पुंगनूर नस्ल की गायों का आगमन हुआ है. जिससे गौशाला की प्रतिष्ठा और भी बढ़ गई है. मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने इन नन्हीं पुंगनूर गायों का स्वागत किया, तो यह एक भावनात्मक और ऐतिहासिक क्षण बन गया.
पुंगनूर नस्ल की खासियत
पुंगनूर नस्ल की गायें अपनी छोटी कद-काठी और मिलनसार स्वभाव के लिए जानी जाती हैं. यह नस्ल देशभर में बहुत दुर्लभ मानी जाती है और इनकी विशेष देखभाल करनी पड़ती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन गायों के प्रति अपने विशेष लगाव का इजहार करते हुए उन्हें गुड़ खिलाया और उनके माथे पर ममता से हाथ फेरा. इस दृश्य ने वहां मौजूद हर किसी का दिल छू लिया. मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा कि ‘तुम्हें माई की याद आ रही है ना’, जिससे माहौल और भी आत्मीय हो गया.
गोशाला में विशेष परंपरा और सेवा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर सुबह की दिनचर्या में गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ के दर्शन और पूजा के बाद गौशाला की यात्रा शामिल होती है. शुक्रवार को भी योगी जी ने गोशाला में श्यामा, गौरी जैसे कई गायों को अपने हाथों से पुकारा. योगी की आवाज सुनते ही कई गायें उनकी ओर दौड़ पड़ीं, जो उनके और गायों के बीच के गहरे जुड़ाव को दर्शाता है.
गोवंश की देखभाल पर खास ध्यान
योगी आदित्यनाथ ने गौशाला के कर्मचारियों से गोवंश की देखभाल और स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली. उन्होंने विशेष रूप से गोवंश के पोषण और देखभाल पर जोर देते हुए आवश्यक निर्देश दिए ताकि गायों की सेवा में कोई कमी न हो.
पुंगनूर गायों का आगमन, गोशाला की नई उपलब्धि
गोरखनाथ मंदिर की गोशाला पहले से ही अपनी गोसेवा के लिए जानी जाती थी, लेकिन पुंगनूर गायों के आगमन ने इसे और भी खास बना दिया है. गोशाला अब न केवल धार्मिक और परंपरागत दृष्टिकोण से बल्कि दुर्लभ नस्लों के संरक्षण और सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गई है. इस पहल के साथ, गोरखनाथ मंदिर की गोशाला ने गोसेवा की नई मिसाल कायम की है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 22, 2024, 16:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed