संजीवनी से कम नहीं किचन में रखा यह मसाला हार्ट से लेकर पेट तक के लिए है कारगर

राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह ने लोकल 18 को बताया कि यह हल्का मिठास, सुगंधित और स्वादिष्ट मसाला है, जो शरीर के लिए बेहद उपयोगी है.

संजीवनी से कम नहीं किचन में रखा यह मसाला हार्ट से लेकर पेट तक के लिए है कारगर
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: प्रकृति ने एक से बढ़कर एक औषधि दी हैं. कुछ ऐसी भी औषधि होती हैं, जो हर जगह आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन उसके बारे में बहुत जानकारी न होने के कारण लोग उसका पूरा लाभ नहीं उठा पाते. आज हम एक ऐसी औषधि के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जो हर किचन में लगभग उपलब्ध होती है. इसे सौंफ के नाम से जानते हैं. वैसे बड़े-बड़े होटलों में भोजन करने के बाद सौंफ और मिश्री दी जाती है. लेकिन, आयुर्वेद में खाना खाने से पहले इसके सेवन करना बेहद फायदेमंद बताया गया है. राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह ने लोकल 18 को बताया कि यह हल्का मिठास, सुगंधित और स्वादिष्ट मसाला है, जो शरीर के लिए बेहद उपयोगी है. आयुर्वेद के मुताबिक, सौंफ एक अच्छी औषधि है. अगर आयुर्वेद के चिकित्सक से परामर्श लेकर सौंफ का सही तरीके से सेवन किया जाए, तो तमाम बीमारियां शरीर से छूमंतर हो सकती हैं. पेट के लिए तो यह एकदम वरदान है. संजीवनी से कम नहीं ये मसाला एक्सपर्ट के मुताबिक, सौंफ वात और पित्त को शांत करने के साथ ही भूख बढ़ाता है और भोजन को पचाने में सहायक होता है. वीर्य वृद्धि, हृदय, मस्तिष्क व शरीर के लिए यह बेहद फायदेमंद होता है. सौंफ बुखार, गठिया, दर्द, आंखों के रोग, वात रोग, घावों, योनि में दर्द, अपच और कब्ज की समस्या में राहत दिलाता है. सौंफ के सेवन से पेचिश, बवासीर, पेट के कीड़े, प्यास, टीबी और उल्टी जैसे तमाम रोग ठीक हो सकते हैं. कैसे करें सेवन, क्या है सही तरीका… यह एक ऐसा मसाला है जिसका सेवन कर स्वस्थ रह सकते हैं. इसके सेवन की बात करें तो सौंफ का पाउडर, काढ़ा, रस या फिर सीधे साबूत तरीके से सेवन किया जा सकता है. रस का सेवन 5 मिली, काढ़ा 15 से 30 मिली, चूर्ण 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करना काफ़ी लाभकारी और गुणकारी होता है. सावधानी भी बेहद जरूरी वैसे सौंफ का कोई बहुत ज्यादा साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन बहुत ज्यादा सेवन करने से हॉर्माेन संबंधित समस्याएं बढ़ सकती है. इसमें शुगर की मात्रा होती है, इसलिए शुगर और मिर्गी के मरीज इसका प्रयोग न करें. गर्भवती महिलाएं भी एक्सपर्ट से राय लेकर ही सेवन करें. साथ ही अगर कोई पुराने रोग से ग्रसित है, तो वगैर आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श लिए हुए इसका सेवन न करें. Tags: Health benefit, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 11:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed