गरीब किसानों की गाय है ये खास बकरीहर दिन देती है इतना दूध

डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि बरबरी नस्ल की बकरी खास तौर पर पंजाब, राजस्थान, आगरा और यूपी के कुछ जिलों में पाली जाती है. इस नस्ल के बकरे की ऊंचाई मध्यम होती है. इसका शरीर घना होता है.बरबरी नस्ल की बकरी एक ब्यांत 140 किलोग्राम दूध देती है.

गरीब किसानों की गाय है ये खास बकरीहर दिन देती है इतना दूध
शाहजहांपुर : किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं. कुछ किसान गाय पालन तो कुछ भैंस पालने का काम करते हैं लेकिन जो छोटे किसान हैं वह बकरी पालन कर भी कम पैसे में अच्छी कमाई कर सकते हैं. सरकार उन्नत नस्ल की बकरी पालन करने के लिए अनुदान भी दे रही है. ऐसे में किसान बरबरी नस्ल की बकरी भी पाल सकते हैं. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत सरकार द्वारा किसानों को 20 लाख रुपए से लेकर 1 करोड रुपए तक की स्कीम चलाई जा रही है. जिसके तहत किसान बकरी पालन कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. खास बात यह है कि इन स्कीम पर किसानों को 50% तक का अनुदान भी दिया जा रहा है शर्त ये है कि किसान उन्नत नस्ल की बकरी ही पालें. ऐसे में किसान बरबरी नस्ल की बकरी पालते हैं तो किसानों को कम पैसे में अच्छी आमदनी हो सकती है. बरबरी नस्ल की बकरी की पहचान डॉ. मनोज कुमार अग्रवाल ने बताया कि बरबरी नस्ल की बकरी खास तौर पर पंजाब, राजस्थान, आगरा और यूपी के कुछ जिलों में पाली जाती है. इस नस्ल के बकरे की ऊंचाई मध्यम होती है. इसका शरीर घना होता है. बरबरी नस्ल बकरियों के कान छोटे और चपटे होते हैं. इस नस्ल के नर बकरे का वजन 38-40 किलोग्राम और मादा बकरी का वजन 23-25 किलोग्राम होता है. इस नस्ल की बकरी प्रतिदिन 1.5 से 2 लीटर दूध देती है. बरबरी नस्ल की बकरी एक ब्यांत 140 किलोग्राम दूध देती है. बकरी पालन के लिए सरकार दे रही अनुदान केंद्र सरकार नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत नस्ल सुधार के लिए बकरी पालन को बढ़ावा दे रही है. किसानों को 100 बकरी से लेकर 500 बकरी तक पाल सकते हैं. जिस पर किसानों को 50% सब्सिडी मिलती है. 100 बकरी पालने के लिए 20 लाख रुपए की पूरी स्कीम के तहत किसानों को दो बार 5-5 लाख रुपए की छूट दी जाती है. किसानों को 200 बकरी पालने के लिए 40 लाख, 300 बकरी के लिए 60 लाख, 400 बकरी के लिए 80 लाख और 500 बकरी पालने के लिए 1करोड़ रूपए की स्कीम है. जिस पर 50% छूट मिलेगी. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 18:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed