प्रेमानंद महाराज से लेना चाहती है दीक्षा गजब की कृष्ण भक्त है नन्ही तानिया
प्रेमानंद महाराज से लेना चाहती है दीक्षा गजब की कृष्ण भक्त है नन्ही तानिया
तानिया ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि साल 2018 में वह अपने परिवार के साथ कहीं घूमने गई थी. गाजियाबाद वापस आते वक्त गाड़ी खराब हो गई और ऐसे में वृंदावन के दर्शन करने का प्रोग्राम बना. तब तानिया ने ठाकुर जी के दर्शन किए, तो वह उनमें ही सम्मोहित हो गई. इसके बाद तानिया ने ठान लिया कि वह घर में भी लड्डू गोपाल की पूजा करेगी और फिर उसने उनकी एक प्रतिमा अपने घर में स्थापित की.
गाजियाबाद. भगवान कृष्ण की लीला तो सभी जानते हैं, लेकिन आज हम उनकी एक ऐसी भक्त के बारे में बात कर रहे हैं, जो अपने आप को पूरी तरह से भगवान कृष्ण और उनकी भक्ति को समर्पित कर चुकी है. नन्ही सी तानिया का मन अब पढ़ाई, नौकरी या अन्य किसी भी चीज में नहीं लग रहा है, बल्कि उन्हें वृंदावन जाना है. दरअसल गाजियाबाद की कृष्णदासी तानिया को प्रेमानंद महाराज से दीक्षा लेनी है और मथुरा जाकर ही बस जाना है. नन्ही सी तानिया के अंदर कृष्ण भक्ती इस कदर सवार है कि अब लोग उन्हें कृष्ण दासी तानिया बुलाने लगे हैं. आइए जानते हैं पूरी कहानी.
तानिया ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि साल 2018 में वह अपने परिवार के साथ कहीं घूमने गई थी. गाजियाबाद वापस आते वक्त गाड़ी खराब हो गई और ऐसे में वृंदावन के दर्शन करने का प्रोग्राम बना. तब तानिया ने ठाकुर जी के दर्शन किए, तो वह उनमें ही सम्मोहित हो गई. इसके बाद तानिया ने ठान लिया कि वह घर में भी लड्डू गोपाल की पूजा करेगी और फिर उसने उनकी एक प्रतिमा अपने घर में स्थापित की और तब से लेकर आज तक वह सुबह-शाम अपने लड्डू गोपाल की बच्चों की तरह सेवा कर रही है. तानिया के पास विभिन्न जगहों के लड्डू गोपाल हैं. वह इनको भगवान या फिर मूर्ति नहीं बल्कि अपने परिवार का सदस्य मानती है. तानिया के पास माधव, केशव, कनकनंदिनी, कानूहड़ा, ऋषि जी, माधवी के साथ ही 4 ठाकुर जी और दो राधा रानी हैं.
कई चमत्कार देख सब हुए हैरान
तानिया बताती है कि इस बीच कई ऐसी बातें हुईं जोकि घर में पहले कभी नहीं हुई थी. हम मूर्ति को किसी और दिशा में सुलाते थे और वह सुबह मिलती कहीं और थी. कई बार छोटी-मोटी वस्तु उनके पास रखे जाने पर वो फेक देते थे. ऐसा लगता था कि जैसे घर में कोई छोटा शरारती बच्चा हो. इन सभी घटनाओं के बढ़ने के बाद मेरे परिवार वालों में भी ठाकुर जी के प्रति आस्था जागने लगी.
प्रेमानंद महाराज को माना गुरु
तानिया ने कहा कि वह प्रेमानंद महाराज को गुरु मानती है और उनके प्रवचन से काफी प्रभावित होती है. वह प्रेमानंद महाराज से गुरु दीक्षा लेकर वृंदावन में ही बस जाना चाहती है. अपने आगामी जीवन में उन्हें अपने करियर या बेहतर जॉब का लालच नहीं बल्कि भगवान की सेवा करना चाहती है, जिसके लिए वह लगातार अपने घर वालों को मना रही है.
Tags: Ghaziabad News, Local18, Lord krishna, Premanand MaharajFIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 11:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed