कौन हैं डॉ राधकृष्णन NEET धांधली पर बनी एक्सपर्ट कमेटी की संभालेंगे कमान

साल 2007 से 09 के बीच विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के डायरेक्टर का पद संभाल चुके हैं, इसके साथ ही, राधाकृष्णन 2008 से 2009 के बीच स्पेस कमीशन के सदस्य के रूप में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी संभाली हैं.

कौन हैं डॉ राधकृष्णन NEET धांधली पर बनी एक्सपर्ट कमेटी की संभालेंगे कमान
नई दिल्ली: एनटीए द्वारा संचालित मेडिकल एंट्रेस एग्जाम नीट (NTA NEET) को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. आरोप लगाया जा रहा है कि एंट्रेंस एग्जाम की गरिमा के साथ खिलवाड़ हुआ है. हाल ही एनटीए ने यूजीसी-नेट की परीक्षा कैंसिल कर दी थी. परीक्षाओं में कथित धांधली और पेपर लीक को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक हाई लेवल कमेटी गठित की है. सरकार ने कमेटी को अगले 2 महीने में रिपोर्ट सौंपने की अहम जिम्मेदारी सौंपी है. ये कमेटी परीक्षा प्रक्रिया के मैकेनिज्म में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करेगी. इसरो की कमान संभाल चुके डॉ. राधाकृष्णन को इस कमेटी का चेयरमैन बनाए गए हैं. आइये जानते हैं कि कौन हैं राधाकृष्णन? खड़गपुर से डॉक्टरेट देश की आजादी के तकरीबन दो साल बाद, 29 अगस्त 1949 को केरल के इरिन्जालाकुडा में एक बच्चे का जन्म हुआ, जो आगे चलकर देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान के चेयरमैन पद तक पहुंचा. राधाकृष्णन ने इरिन्जालाकुडा में प्राइमरी शिक्षा कंप्लीट करने के बाद केरल यूनिवर्सिटी से साल 1970 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. इसके बाद उन्होंने साल 1976 में आईआईएम बेंगलुरु से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा किया. उन्हें आईआईटी खड़गपुर से उनकी ‘Some Strategies for Indian Earth Observation System’ थीसिस के लिए डॉक्टरेट की उपाधि मिली है. रिमोट सेंसिंग की भी संभाल चुके हैं कमान राधाकृष्णन ने साल मई 1971 में इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), तिरुवनंतपुरम में एक एवियोनिक्स इंजीनियर के रूप में अपना करियर शुरू किया. इसके बाद, उन्होंने इसरो में कई महत्वपूर्ण पदों को संभाला. वे साल 1987-89 के बीच रीजनल रिमोट सेंसिंग केंद्रों की स्थापना के लिए प्रोजेक्ट हेड रहे, साल 1987 से 1997 तक वे इसरो के लिए बजट और आर्थिक विश्लेषण के डायरेक्टर रहे, वहीं, 1997 से 2000 के बीच वे सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए एकीकृत मिशन के डायरेक्टर और नेशनल रिमोट सेसंसिंग एजेंसी के वाइस चेयरमैन रहे, साल 2005 में उनको रिमोट सेंसिंग का चेयरमैन बनाया गया. कई जिम्मेदारियों की निर्वन करने की दक्षता साल 2007 से 09 के बीच विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के डायरेक्टर का पद संभाल चुके हैं, इसके साथ ही, राधाकृष्णन 2008 से 2009 के बीच स्पेस कमीशन के सदस्य के रूप में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी संभाली हैं. राधाकृष्णन 01 नवंबर, 2009 को स्पेस कमीशन के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार के सचिव के साथ-साथ इसरो परिषद के अध्यक्ष की एक साथ कई जिम्मेदारियां संभालीं. Tags: NEET, Neet examFIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 17:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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