बीटेक के इन कोर्स में न लें एडमिशन नौकरी के लिए तरस जाएंगे बर्बाद होगी मेहनत

BTech Courses: हर साल लाखों स्टूडेंट्स विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के बीटेक कोर्स में एडमिशन लेते हैं. इंजीनियरिंग में बहुत स्कोप है और स्टूडेंट्स अपनी पसंद और रुचि के हिसाब से किसी खास स्ट्रीम की तैयारी कर सकते हैं. बदलते वक्त के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई और नौकरी में भी फर्क आया है. जानिए 3 ऐसी बीटेक ब्रांच, जिनमें नौकरियां कम हो गई हैं.

बीटेक के इन कोर्स में न लें एडमिशन नौकरी के लिए तरस जाएंगे बर्बाद होगी मेहनत
नई दिल्ली (BTech Courses, Engineering ke bekar course). कुछ दशक पहले तक इंजीनियरिंग को बेस्ट डिग्री कोर्स माना जाता था. बीटेक कोर्स में एडमिशन मिलना बहुत मुश्किल होता था. फिर एकदम से देशभर में बीटेक कॉलेज की बहार आ गई. 12वीं पास करने के बाद बीटेक में एडमिशन मिलना आसान हो गया. हर साल लाखों स्टूडेंट्स बीटेक करके इंजीनियर बनते हैं. लेकिन बदलते वक्त और अपडेट होते जमाने में कुछ इंजीनियरिंग कोर्सेस की वैल्यू कम हो गई है. टॉप कॉलेज से बीटेक करके बड़ी और नामी कंपनियों में नौकरी हासिल की जा सकती है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के दौर में कई इंजीनियरिंग कोर्सेस का महत्व कम हो गया है. उनमें नौकरी मिलना काफी मुश्किल हो गया है. इसलिए 12वीं के बाद बीटेक की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को सोच-समझकर ही कोई फैसला लेना चाहिए. एक गलत फैसले के कारण आपकी 4 साल की मेहनत बर्बाद हो सकती है. जानिए इंजीनियरिंग के किन कोर्सेस में नौकरी की तंगी चल रही है. Engineering Ke Bekar Course: बीटेक के इन कोर्सेस में न लें एडमिशन इंजीनियरिंग की कुछ ब्रांचेस में नौकरी की कमी हो गई है. लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि नौकरी की उपलब्धता समय-समय पर बदलती रहती है और कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है. इंजीनियरिंग की कुछ ब्रांचेस में नौकरी की कमी देखी जा रही है- 1- इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग: इस ब्रांच में नौकरी की कमी हो सकती है क्योंकि यह क्षेत्र तेजी से बदलता है. टेक्नोलॉजी में अपडेट के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन (Electronics & Communication Engineering) सेक्टर में काफी बदलाव आ रहा है. यह भी पढ़ें- बहुत भारी पड़ेंगे अगले 5 साल, इन 10 कोर्स से बना लें दूरी, नौकरी की नहीं गारंटी 2- मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering): इस ब्रांच में भी नौकरी की कमी हो सकती है क्योंकि ऑटोमेशन और रोबोटिक्स के डेवलपमेंट के साथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में कुछ कामों को ऑटोमैटिक किया जा रहा है. इस स्थिति में मैन पावर को कम कर दिया जाता है. 3- एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग (Aeronautical Engineering): इस ब्रांच में नौकरी की कमी होने का कारण अलग है. एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग एक विशेषज्ञता वाला सेक्टर है. इसमें नौकरी के ऑप्शन लिमिटेड हैं. ऐसे में इसमें कैंपस प्लेसमेंट के जरिए नौकरी मिल जाए तो बेस्ट रहता है. कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में इंजीनियरिंग करना ज्यादा बेहतर ऑप्शन साबित हो सकता है. इन दिनों यही सेक्टर्स डिमांड में हैं और इनमें नौकरी के ऑप्शन बेहतर हैं. यह भी पढ़ें- गलती से भी इन कोर्सेस की न करें पढ़ाई, खत्म हो गई वैल्यू, नहीं मिलेगी फूटी कौड़ी Tags: Career Guidance, Career Tips, Job and career, Mechanical engineerFIRST PUBLISHED : November 16, 2024, 06:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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