बार-बार युवक लेता था किराए पर घर पास में थे 18 लाख रुपए पुलिस ने पकड़ा

Noida Latest News: नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस ने एक युवक को पकड़ा है. युवक आए दिन किराए का घर लेता था, जब पुलिस को उस पर शक हुआ तो जांच में उसके एकाउंट में लाखों रुपए मिले. जिसके बाद आगे की कार्रवाई में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं.

बार-बार युवक लेता था किराए पर घर पास में थे 18 लाख रुपए पुलिस ने पकड़ा
नोएडा. यूपी के नोएडा में एक शख्स आए दिन किराए पर घर लेता था. उसके एकाउंट में 18 लाख से ज्यादा रुपए पड़े हुए थे. जब नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस को युवक पर शक हुआ, तो जांच के दौरान पैसे कमाने का तरीका जान हर कोई हैरान रह गया. वहीं पुलिस अफसर भी दंग रह गए. दरअसल युवक लोगों के साथ धोखाधड़ी कर लाखों पैसे कमाते था. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है. दरअसल, थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने ट्रेडिंग ऐप के जरिए ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया. साथ ही धोखा धड़ी संबंधित 18 लाख 63 हजार रुपये फ्रीज कराए. आरोपी ने ठगी की रकम डिजी सर्वे टेक्नॉलाजीस एंड रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमटेड कंपनी के खाते मे ट्रांसफर करवाए थे. उस खाते की शिकायत 114 नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (एनसीआरपी) पर दर्ज है. आरोपी की पहचान अंकित अरोड़ा के रूप में हुई है. इसे गौर सिटी के पास से गिरफ्तार किया गया. आर्मी में 19 दिन बाद था फिजिकल, तभी हुआ कुछ ऐसा… युवक के पास झट से पहुंचे पुलिस अफसर दरअसल, 12 जून 2024 को पीड़ित ने स्थानीय थाने में शिकायत की कि 15 जनवरी 2024 को फोन पर एक मैसेज भेजकर पीड़ित को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर शेयर ट्रेडिंग के लिए कहा गया. पहले उसे मुनाफा दिखाया गया. लालच में आकर पीड़ित ने थोड़े-थोड़े करके 34,82,894 रुपये इनवेस्ट कर दिए. बाद में उसे ग्रुप से आउट कर दिया गया. साइबर सेल मामले की जांच कर रहा था. जांच में अंकित अरोड़ा का नाम प्रकाश में आया. शादी होते ही रात को दूल्हे ने कर दी डिमांड, दुल्हन बोली- 5 मिनट में कैसे? सुबह होते ही थाने भागी लड़की आंकित ने पीड़ित से धनराशि को डिजी सर्वे टेक्नॉलाजीस एंड रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमटेड कंपनी के खाते में ट्रांसफर करवाया था. इस खाते में आरोपी का मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड है. जिसकी नेट बैंकिंग आदि सभी कार्य आरोपी कर रहा था. आरोपी ने बड़ी चालाकी से ये कंपनी अपने अधीन कर्मचारियों के नाम पर तैयार की और बैंक खाते में अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कर उसकी नेट बैंकिंग आदि सभी कार्य अपने हाथों में ले लिए. ट्रेन के जनरल डिब्बे में 4 युवक ढूंढ रहे थे सीट, नहीं मिलने पर आया गुस्सा, पता चलते ही दौड़े-दौड़े आए GRP अफसर पूछताछ में अंकित ने बताया कि वह कंपनी खोलकर डिजिटल मार्केटिंग का काम करने के बहाने डाटा एकत्र करता था. लोगों को टेलीग्राम में जोड़कर शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी करता था. कुछ समय काम करने के बाद कंपनी बंद कर देता था. ताकि पकड़ा न जा सके और पता बदल-बदलकर किराये पर रहता था. अंकित ने धोखाधड़ी करने के लिए कई फर्जी पते पर खाते खुलवाए. अंकित के खिलाफ थाना साइबर क्राइम गाजियाबाद ,थाना शहादरा दिल्ली ,कर्नाटक में मुकदमे दर्ज हैं. यही नहीं उस कंपनी के खाते में विभिन्न राज्यों जैसे- कर्नाटक से 26, महाराष्ट्र से 19, तमिलनाडु से 17, तेलंगाना से 9, आंध्र प्रदेश से 7, उत्तर प्रदेश से 6, केरल से 6, दिल्ली- से 5, गुजरात से 4, छत्तीसगढ़ से 2, हरियाणा से 3, ओडिशा से 1, पंजाब से 3, राजस्थान से 2, पश्चिम बंगाल से 3, लद्दाख से 1 कुल इनती शिकायत मिली थी. FIRST PUBLISHED : December 6, 2024, 24:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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