नई दिल्ली. ट्रेनों में अकेली सफर कर रही महिलाएं रास्तेभर चिंता में रहती हैं. ट्रेन में सफर के दौरान कोई परेशानी हो गयी तो क्या करेंगी, स्टेशन उतरने के बाद गंतव्य तक कैसे पहुंचेंगी? इस तरह के कई सवालों को लेकर वो सफर में परेशान रहती हैं. लेकिन अब महिलाओं को परेशान होने की जरूरत नहीं है. अकेली सफर करने वाली महिलाओं की सफर के दौरान और गंतव्य तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भारतीय रेलवे की है.
आगरा मंडल रेल प्रबंधक की जनसम्पर्क अधिकारी कु. प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे ने गर्मियों में ट्रेनों में अकेली यात्रा कर रही महिलाओं को यात्रा के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो और सुरक्षित उनको गंतव्य तक पहुंचने के लिए मेरी सहेली योजना चलाई जा रही है. यह योजना फिलहाल लंबी दूरी की ट्रेनों में लागू है.
मेरी सहेली योजना के तहत अकेली महिला यात्रियों की यात्रा की पूरी जानकारी ट्रेन के प्रारंभ स्टेशन से ही अगले नामित स्टेशनों में रेलवे सुरक्षा बल की महिला बल को दी जाती है. जिससे स्टेशन में ट्रेन के आगमन होते ही मेरी सहेली की टीम ट्रेनों में जाकर महिला यात्रियों से संपर्क कर बात करती है, साथ ही उनकी परेशानियों को दूर करने का पूरा प्रयास करती हैं. अकेली यात्रा कर रही महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें, इसलिए यह व्यवस्था शुरू की गयी है. इसमें महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई है, जो आगरा मण्डल से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की जांच कर महिला यात्रियों को सुरक्षा प्रदान कर रही है. अगर कोई महिला को गंतव्य तक पहुंचने में परेशानी महससू करती है तो कांस्टेबल घर तक सुरक्षित पहुंचाने की व्यवस्था करती हैं.
आगरा मंडल में आरपीएफ ने ऑपरेशन “मेरी सहेली” के तहत कुल 98958 महिला यात्रियों को सहायता की है. इसके साथ ही अप्रैल से 15 मई तक 13706 महिला यात्रियों को सहायता प्रदान की गई है.
Tags: Indian railway, Indian Railway newsFIRST PUBLISHED : May 24, 2024, 18:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed