सीएम योगी भी हैं इस संत के फैन जानें कौन है रामचंद्र परमहंस दास जी

महंत परमहंस रामचंद्र दास ने 1984 में नई दिल्ली में हुई पहली धर्म संसद से रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन को धार देने की शुरूआत की थी. परमहंस रामचन्द्र दास एक ऐसे संत थें जिन्होंने अटल सरकार तक को हिला दिया था.1949 से राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले रामचंद्र परमहंस दास राम मंदिर निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे.

सीएम योगी भी हैं इस संत के फैन जानें कौन है रामचंद्र परमहंस दास जी
अयोध्या: अयोध्या का राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 से रामलला विराजमान हो चुके हैं. राम मंदिर के लिए 500 साल का लंबा संघर्ष चला. अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन को धार देने में देश के कई महान विभूतियां ने लंबे समय से संघर्ष किया. जिसकी वजह से आज अयोध्या में प्रभु राम का भव्य और दिव्य मंदिर आकर ले रहा है. अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन को धार देने वाले स्वर्गीय रामचंद्र परमहंस दास जी को आज भी पूरी अयोध्या याद करती है . इसके अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनकी पुण्यतिथि पर धर्मनगरी अयोध्या के दिगंबर अखाड़ा पर जाकर उनको पुष्पांजलि भी अर्पित करते हैं रामचंद्र परमहंस दास जी राम मंदिर आंदोलन के अगुआ माने जाते हैं . 1949 से लेकर 1990 तक कई बार महंत रामचंद्र परमहंस दास के नेतृत्व में राम मंदिर के लिए आंदोलन भी किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दादा गुरु के साथ राम मंदिर आंदोलन को आज परिणाम तक लाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले रामचंद्र परमहंस की स्मृति अयोध्या के कई इतिहास के किताबों में भी देखने को मिलती है . ‘प्रतिवाद भयंकर’ के नाम से विश्व विख्यात हिंदूवादी चेहरे के तौर पर विख्यात राम मंदिर न्यास के अध्यक्ष रहे रामचंद्र परमहंस दास की मृत्यु 1 अगस्त 2003 में हुई थी. थम गई थी पूरी अयोध्या दिगंबर अखाड़ा के महंत और संत शिरोमणि रामचंद्र परमहंस दास अपने विद्रोही स्वभाव के लिए जाने जाते थे. देश की राजनीति में भी रामचंद्र परमहंस दास का दबदबा रहता था. तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रामचंद्र परमहंस दास के निधन पर सरयू घाट पर श्रद्धांजलि अर्पित किया था. संत रामचंद्र परमहंस की कद का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस दिन उनका देहांत हुआ उस दिन संपूर्ण शोक लहर में डूब गई थी.नब्बे के दशक में अयोध्या मामले के दो प्रसिद्ध पक्षकार रामचंद्र परमहंस दास जी और हाशिम अंसारी एक साथ ही रिक्शे से अदालत आया-जाया करते थे. गौरतलब है कि 2003 में रामचंद्र परमहंस दास जी और 2016 में हाशिम अंसारी का निधन हो गया था. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना ऐतहासिक फैसला सुनाया. राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका महंत परमहंस रामचंद्र दास ने 1984 में नई दिल्ली में हुई पहली धर्म संसद से रामजन्मभूमि मुक्ति आंदोलन को धार देने की शुरूआत की थी. परमहंस रामचन्द्र दास एक ऐसे संत थें जिन्होंने अटल सरकार तक को हिला दिया था.1949 से राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले रामचंद्र परमहंस दास राम मंदिर निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे. यही वजह है कि आज अयोध्या ही नहीं पूरे देश के संत महंत रामचंद्र परमहंस दास को याद करते हैं. क्या था परमहंस दास जी सपना? राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार और राम मंदिर न्यास के तत्कालीन अध्यक्ष महंत रामचंद्र दास परमहंस की मृत्यु 2003 में हुई थी, जिसके बाद सावन की दूज को परमहंस दास की पुण्यतिथि मनाई जाती है. परमहंस दास जी की आज 21 वीं पुण्यतिथि है. परमहंस दास जी का सपना था कि श्री राम जन्मभूमि, श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ का निर्माण हो. राम मंदिर निर्माण का सपना साकार हो रहा है. Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 12:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed