यूपी के इस शहर में बनेगा दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर ड्रैगन फ्रूट
यूपी के इस शहर में बनेगा दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर ड्रैगन फ्रूट
जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि देवरी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर ड्रैगन फ्रुट का निर्माण किया जाएगा. 10 हेक्टेयर में सेंटर का निर्माण होगा, जिसमें ड्रैगन फ्रुट के मदर प्लांट तैयार होंगे. प्रदेश के किसानों को इसका लाभ मिलेगा.
मिर्जापुर: बैंगलोर के बाद उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर ड्रैगन फ्रूट का निर्माण किया जाएगा. किसानों को बहुत ही कम दाम पर ड्रैगन फ्रूट के पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके साथ ही उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा और रोगों से बचाने के लिए शोध भी किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन मिर्जापुर में होता है. वर्तमान में, किसानों ने 150 हेक्टेयर में इसकी खेती की है. खेती को बढ़ावा देने के लिए दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा, जिससे प्रदेशभर के किसानों को लाभ होगा.
मड़िहान तहसील के देवरी गांव में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर ड्रैगन फ्रूट का निर्माण 10 हेक्टेयर क्षेत्र में किया जाएगा. यहां पर दो हजार किसानों के प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध रहेगी. सेंटर में विदेशों से ड्रैगन फ्रूट के पौधे मंगाए जाएंगे, जिन्हें तैयार करके किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा. देशभर के विभिन्न राज्यों के किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए आवासीय सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी. 11.72 करोड़ रुपये की पूरी परियोजना को शासन से मंजूरी मिल गई है.
टिशू कल्चर तकनीक से पौधे होंगे तैयार
जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि रोग रहित पौधे तैयार करने के लिए टिशू कल्चर तकनीक स्थापित की जाएगी. इससे पौधों के रोगों की जानकारी भी प्राप्त की जा सकेगी. यह पूरी परियोजना जिले के किसानों के लिए संजीवनी साबित होगी. योजना के पूरा होने के बाद मिर्जापुर ड्रैगन फ्रूट का नया हब बनकर उभरेगा.
खजूर व स्ट्रॉबेरी के प्लांट होंगे तैयार
मेवाराम ने यह भी बताया कि मिर्जापुर में पहले खजूर की खेती होती थी. इसे पुनः बढ़ावा देने के लिए ड्रैगन फ्रूट के साथ खजूर भी तैयार किए जाएंगे. इसके मदर प्लांट भी तैयार किए जाएंगे, जिससे किसानों को ड्रैगन फ्रूट के साथ खजूर और स्ट्रॉबेरी के पौधे भी मिल सकेंगे.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 23, 2024, 13:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed