गुलदाऊदी की खेती बदलेगी बुंदेलखंड के किसानों की किस्मत जानें क्या है तकनीक
गुलदाऊदी की खेती बदलेगी बुंदेलखंड के किसानों की किस्मत जानें क्या है तकनीक
Guldaudi Farming: यूपी में झांसी के रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गौरव शर्मा ने किसानों से गुलदाऊदी की खेती करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि इस फूल की खेती सिंतबर माह में सबसे बढ़िया होती है.
झांसी: अगर आपको फूलों की खेती करने का शौक रखते हैं और इसे कमाई का जरिया बनाना चाहते हैं तो इस मौसम में शुरुआत कर सकते हैं. सितंबर माह को गुलदाऊदी की खेती करने का सबसे अच्छा मौसम माना जाता है. बुंदेलखंड में गुलदाऊदी की खेती करना काफी फायदेमंद हो सकता है. गुलदाऊदी बारिश के मौसम में लगने वाला और सर्दी के मौसम में खिलने वाला फूल है.
यह मौसम है सबसे मुफीद
गुलदाऊदी की खेती कटिंग पद्धति से की जाती है. जहां कलमें तने के ऊपरी हिस्से से तैयार की जाती है. बुंदेलखंड में गुलदाऊदी के पौधों को सितंबर माह में लगाया जाता है. यह हर प्रकार की भूमि पर उगाया जा सकता है. जहां Ph 6.2 से 6.5 वाली जमीन इसकी खेती के लिए सबसे मुफीद होती है. यह हर साल उगने वाला पौधा है. इसका उपयोग गुलदस्ते बनाने और सजावट के लिए किया जाता है. इस फूल की मांग साल भर बनी रहती है. दिवाली के अवसर पर इसकी मांग ज्यादा बढ़ जाती है.
इस तरह करें खेती
रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पुष्प विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. गौरव शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि इसकी खेती शुरू करने से पहले भूमि की अच्छी तरह कम से कम 4 बार जुताई कर लें. अंतिम जुताई के समय 20 से 25 टन गोबर की खाद मिलाकर क्यारियां बनानी चाहिए.
उन्होंने बताया कि इसके बाद खेत में 25 टन गोबर की खाद, 120 किलोग्राम नाइट्रोजन और उतनी ही मात्रा में फास्फोरस और पोटेशियम को प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मिलानी चाहिए. इसके साथ ही निराई गुड़ाई करना भी जरुरी है. खेत में पौधे लगने के बाद पिंचिंग की क्रिया भी करनी चाहिए.
Tags: Agriculture, Jhansi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 17:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed