बेहद खास है यूपी का ये टूरिस्ट प्लेस विदेशों से आते हैं हजारों पर्यटक

महंत दामोदर के अनुसार महात्मा बौद्ध यहां पर आए थे और इसी स्थान पर अपनी बिसरी देवी की पूजा की थी. इस स्तूप को बौद्ध धर्म के अनुयायि पवित्र मानते हैं. वही देश विदेश से लोग यहां प्रार्थना करने आते हैं और परिक्रमा करते हैं. 

बेहद खास है यूपी का ये टूरिस्ट प्लेस विदेशों से आते हैं हजारों पर्यटक
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: देश विदेशों तक चर्चित पर्यटन स्थल संकिसा फ़र्रूख़ाबाद जिले के पखना रेलवे स्टेशन से सात मील दूर काली नदी के तट पर स्थित है. बता दें यह स्थान बौद्ध-धर्म को केंद्रित स्थान है. इसका प्राचीन नाम संकाश्य था, अब इसे संकिसा कहा जाता है. जानकार कहते हैं की बुद्ध भगवान स्वर्ग से सोने की सीढ़ियों द्वारा उतर कर यहीं पर आये थे. तब से बौद्ध अनुयाई और समाज भी इसे अपना तीर्थ स्थान मानता है. जहां पर स्थित बौद्ध स्तूप को काफी पवित्र स्थान माना जाता है. यहां पर परिक्रमा करने के लिए देश के साथ ही विदेश से अनुयाई आते हैं और इस स्तूप के चारों ओर परिक्रमा करते हैं. लोकल 18 को महंत दामोदर ने बताया की यात्रा के दौरान बौद्ध धर्म का कुआर और कार्तिक के मध्य होने वाली पूर्णिमा को दो दिन का मेला होता है. साथ ही बौद्ध जयंती पर भी आयोजन होते है. वही संकिसा का वर्णन महाभारत में भी किया गया है. संकिसा को लेकर कई मान्यताएं भी है जिसमे ईटों के ढेर में बनी बिसहरि देवी का मंदिर अलग ही महत्वता रखता है. यहां पर श्रीलंका व कंबोडिया जैसे तमाम देशों में बिसहरि देवी की पूजा अर्चना की जाती है. महात्मा बुद्ध ने बिताए समय महात्मा बुद्ध ने भी संकिसा में आकर कुछ वर्ष व्यतीत किए थे. वहीं इसे सुरक्षा के मद्देनजर संकिसा मंदिर के निकट एक पुलिस चौकी भी बनाई गई है. जहां पर 24 घंटे उत्तर प्रदेश सरकार की 112 पुलिस तैनात रहती है. जिस समय यहां मेले का आयोजन होता है. उस समय हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है. जिसमे हजारों विदेशी पर्यटक भी आते हैं. किन देशों से आते हैं लोग बौद्ध धर्म की तपोस्थली संकिसा जहां पर साल भर हजारों की संख्या में जत्था पहुंचता है. उनमें मुख्यता इन देशों के लोग पहुंचते हैं. फिर चाहे श्रीलंका, म्यामार वर्मा, जापान, कंबोडिया कोरिया मलेशिया, भूटान, थाइलैंड, तिब्बत, बिहार और बोधगया से लाखों बौद्ध अनुयाई आते हैं. . Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : April 27, 2024, 11:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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