जादूगरों को मिला अयोध्या के संतों का साथदिया विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब

14 जुलाई को सुबह 6:30 बजे सभी जादूगर एक साथ रामलला के दर्शन करेंगे. जादूगरों के सामूहिक प्रयास को रिकॉर्ड करने के लिए मुम्बई से इंटरनेशनल टैलेंट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों की टीम भी यहां मौजूद रहेंगे.

जादूगरों को मिला अयोध्या के संतों का साथदिया विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब
अयोध्या : भगवान राम की नगरी में जादूगरों का विशाल समागम आज से शुरू हो गया है . रामलला के दरबार में दुनिया भर के 200 जादूगर अपनी कला का प्रर्दशन कर रहे हैं. जादूगर कल रामलला के दर्शन करेंगे. दर्शन करने के बाद चमत्कारी रूप से खाली हाथों से भगवान रामलला का नाम लिखा हुआ ध्वज प्रकट करेंगे. साथ ही राम मंदिर से जादू की कला को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार से अपील करेंगे. गौरतलब है कि अयोध्या में जादू की कला से विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा. बताया जा रहा है कि 14 जुलाई को सुबह 6:30 बजे सभी जादूगर एक साथ रामलला के दर्शन करेंगे. जादूगरों के सामूहिक प्रयास को रिकॉर्ड करने के लिए मुम्बई से इंटरनेशनल टैलेंट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों की टीम भी यहां मौजूद रहेंगे. अयोध्या में आज जादूगरों ने जादू दिखा कर गजब का समा बांधा. ऐसे में जादूगरों के द्वारा दिखाए गए चमत्कारी जादू को असर अयोध्या के संत समाज में भी दिखा. यह पहला मौका जब अयोध्या में इतनी बड़ी संख्या में में जादूगर मौजूद थे. जादूगरों ने कहा किया कि जादू 10 उंगलियों की कला है या विज्ञान से दिखाया गया चमत्कार है. हम जादूगर मनोरंजन की दृष्टि से जादू की कला को दिखाते हैं और अंधविश्वास को समाप्त करने के लिए लोगों को जागरुक करते हैं. कोई भी कर सकता है कला का प्रदर्शन अयोध्या में जादूगरों के समागम को लेकर अयोध्या के संतों ने कहा कि कोई भी अयोध्या आ सकता है और अपनी कला का प्रदर्शन भगवान के समक्ष कर सकता है. इसमें कोई बुराई नहीं है जो भी जादूगरों के समागम को लेकर विरोध कर रहे हैं उन्हें सही जानकारी नहीं है. श्रीलंका, बांग्लादेश के जादूगर भी हैं शामिल भारतीय मैजिक कला के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि जादू समागम में देशभर के सभी जाने-माने जादूगरों के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल के भी जादूगर इस समागम में हिस्सा ले रहे हैं, इनमें मुस्लिम जादूगर भी शामिल हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या की धरती से भारत सरकार से यह मांग की जाएगी कि जादू को ललित कला की विधा के रूप में पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाए. उन्होंने कहा कि यह मनोरंजन की कला है. उन्होंने कहा कि इससे नये रोजगार का भी सृजन हो सकेगा. Tags: Ayodhya News, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 22:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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