जयपुर ग्रेटर नगर निगम अब कचरे से करेगा कमाई सालाना 10 लाख रुपये कमायेगा पढ़ें ये मेगा प्लान

जयपुर ग्रेटर नगर निगम कचरे से कमायेगा सालाना 10 लाख: जयपुर के ग्रेटर नगर निगम ने अब कचरे से कमाई (Income from Garbage) करने का तरीका निकाला है. इसके लिये निगम ने हाल ही में एक निजी फर्म के साथ महत्वपूर्ण एमओयू (MoU) साइन किया है. इसके तहत निगम उस फर्म को प्रतिदिन 55 रुपये प्रति टन के हिसाब से 50 टन कचरा बेचेगा. अगर सबकुछ योजना के मुताबिक रहा तो फर्म को दिये जाने वाले कचरे की मात्रा को बाद में बढ़ाया जायेगा. पढ़ें क्या है निगम का ये प्लान.

जयपुर ग्रेटर नगर निगम अब कचरे से करेगा कमाई सालाना 10 लाख रुपये कमायेगा पढ़ें ये मेगा प्लान
जयपुर. जयपुर ग्रेटर नगर निगम (Jaipur Greater Municipal Corporation) को अब कचरे के जमा होते ढेर से भी कमाई मिल सकेगी. इसके लिए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट लगाया जाएगा. इसे लेकर निगम ने एक निजी फर्म के साथ महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया है. निगम की ओर से 900 टन में से पचास टन कचरा (Garbage) प्रतिदिन इस कंपनी को कचरा दिया जाएगा. इससे निगम को आय मिल सकेगी. यदि सबकुछ ठीक रहा तो फर्म को दिये जाने वाले कचरे की मात्रा को बढ़ाया जाएगा. इससे निगम की कचरे की समस्या का समाधान भी हो सकेगा और पर्यावरण के साथ-साथ डंपिंग स्टेशनों के निकट रहने वाले लोगों की सेहत भी ठीक रह सकेगी. राजधानी जयपुर के सेवापुरा और लांगड़ियांवास समेत विभिन्न स्थानों पर शहरभर का कचरा डंप किया जाता है. यहां बने डंपिंग स्टेशनों पर कचरे के पहाड़ नजर आने लगे हैं. इसकी वजह से ये आस-पास के गांवों के लिए परेशानी का सबब बने हुये हैं. लेकिन कचरे के पहाड़ों की समस्या का अब कुछ हद तक निदान हो सकेगा. ग्रेटर नगर निगम ने हाल ही में एक निजी फर्म को कॉन्ट्रेक्ट दिया है. यह कंपनी प्रतिदिन कचरे में से प्लास्टिक, मैटल और कांच समेत जरूरी सामान अलग करेगी. सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा आय होने की उम्मीद इस फर्म को नगर निगम रोजाना 50 टन कचरा उपलब्ध कराएगा. इसके बदले फर्म की ओर से निगम को 55 रुपये प्रति टन के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. निगम की ओर से फर्म को सेवापुरा में प्लांट लगाने के लिए 15 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर जगह भी दी जाएगी. इस तरह निगम को सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा आय होने की उम्मीद है. निगम का दावा यह देश में अपने तरह का अलग मॉडल होगा इस फर्म को तीन महीने का समय दिया गया है. इस अवधि में फर्म की ओर से सेवापुरा में 90 लाख रुपये की लागत से प्लांट लगाया जायेगा. निगम का दावा है कि यह देश में अपने तरह का अलग मॉडल होगा जिसमें किसी निगम को कचरे से आय होगी. निगम ने एक साल में 300 दिन काम के मानते हुए कमाई का केलकुलेशन किया है. इस हिसाब से 8.25 लाख रुपये कचरा बेचकर कमाई की जाएगी. वहीं किराये से 15 हजार रुपये महीने के हिसाब से सालाना 1.80 लाख रुपये की आय का अनुमान लगाया गया है. अभी 250 टन कचरे से खाद बनाई जा रही है इस तरह सालाना 10 लाख रुपये से ज्यादा आय का लक्ष्य रखा गया है. निगम सेवापुरा और मथुरादासपुरा में कचरे के ढेर कम करने की कवायद कर रहा है. अभी 250 टन कचरे से खाद बनाई जा रही है. वहीं आरडीएफ प्रोजेक्ट के तहत 350 टन कचरा काम में लिया जा रहा है. दोनों नगर निगम के 700 टन कचरे के लिए वेस्ट टू एनर्जी के ठेके हो चुके हैं. हालांकि अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है. कचरे में मिलने वाले उपयोगी सामान को निकालने के लिए फर्म को ठेका दिया गया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Jaipur nagar nigam, Jaipur news, Job, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 17:08 IST