ATS को जमीन देने के बाद अब CISF के लिए टावर बनाएगी यमुना अथॉरिटी
ATS को जमीन देने के बाद अब CISF के लिए टावर बनाएगी यमुना अथॉरिटी
यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने एटीएस को 12770 वर्गमीटर जमीन का आवंटन एक रुपये प्रति वर्गमीटर के हिसाब से किया है. यह जमीन अथॉरिटी के सेक्टर 32 में है. जमीन पर एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) का ट्रेनिंग सेंटर और हैडक्वार्टर बनने का रास्ता साफ हो गया है. यह जमीन उत्तर प्रदेश पुलिस के नाम पर दी गई है. कुछ इसी तरह की योजना के तहत अब अथॉरिटी सीआईएसएफ (CISF) के जवानों और उनके परिवार के लिए रेजिडेंशियल टावर (Residential Tower) तैयार करेगी.
नोएडा. प्लान के मुताबिक साल 2024 में जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) से पहली फ्लाई उड़ान भरेगी. इसके लिए जोर शोर से काम चल रहा है. एयरपोर्ट निर्माण का ठेका टाटा (TATA) कंपनी को दिया गया है. इसी के साथ यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) भी एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए लगातार कई बड़े कदम उठा रही है. अब अथॉरिटी ने एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात होने वाली सीआईएसएफ (CISF) के लिए रेजिडेंशियल टावर तैयार करने का फैसला किया है. इस संबंध में तैयार किया गया प्रस्ताव आने वाली बोर्ड बैठक में रखा जाएगा. अनुमति मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा. गौरतलब रहे इससे पहले यमुना अथॉरिटी एटीएस (ATS) को एक रुपये वर्गमीटर के हिसाब से जमीन का आवंटन कर चुकी है.
सीआईएसएफ जवानों को डयूटी करने में होगी आसानी
जानकारों की मानें तो जेवर एयरपोर्ट शुरू होने के बाद 24 घंटे उसकी निगरानी और सुरक्षा की जाएगी. इसके लिए तीन अलग-अलग शिफ्ट में सीआईएसएफ जवानों की डयूटी लगाई जाती है. डयूटी के लिए जवानों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो. एयरपोर्ट तक आने में लम्बी दूरी का सफर न तय करना पड़े. अगर ऐसा होता है तो जवानों को थकान का सामना करना पड़ता है.
मानसिक तौर पर भी ट्रैफिक जाम की परेशानी से जूझना पड़ता है. इसी के चलते यमुना अथॉरिटी ने जवानों के लिए एयरपोर्ट के पास सेक्टर-22डी में रेजिडेंशियल टावर तैयार करने का फैसला लिया है. अब इस प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में रखा जाएगा.
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जेवर एयरपोर्ट को भी मिलेगा कमांडों की मौजूदगी का फायदा
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एटीएस का हैडक्वार्टर और ट्रेनिंग सेंटर बनने से कई तरह के फायदे होंगे. जैसे सबसे पहले तो यही कि अगर यूपी में कहीं भी कोई बड़ी या छोटी आतंकवादी घटना घटती है तो यहां से कमांडो दस्ते को जाने में आसानी होगी. जेवर एयरपोर्ट पास में होने के चलते चॉपर या स्पेशल प्लेन के साथ जल्द से जल्द उड़ान भर सकेंगे. दूसरा यह कि अगर भविष्य में जेवर एयरपोर्ट पर भी कोई आंतकवादी हमला होता है तो पास में ही एटीएस कमांडों का हैडक्वार्टर होने के चलते जल्दी ही मदद मिल जाएगी.
इसी को देखते हुए जेवर एयरपोर्ट के नजदीक ही एटीएस का हैडक्वार्टर बनाने का फैसला किया गया है. एटीएस का हैडक्वार्टर यमुना अथॉरिटी के सेक्टर-32 में फैसिलिटी सेंटर F-6 पर बनेगा. यह जेवर एयरपोर्ट के बेहद नजदीक है. एटीएस के कमांडो को हैडक्वार्टर और ट्रेनिंग सेंटर परिसर में ही परिवार संग रहने के लिए आवास भी दिए जाएंगे. जेवर एयरपोर्ट के नजदीक होने के चलते एटीएस को कम वक्त में आंतकवाद विरोधी कार्रवाई करने में आसानी होगी.
दो महिला थानों को भी एक रुपये में दी जमीन
अथॉरिटी से जुड़े जानकारों की मानें तो यमुना अथॉरिटी की बोर्ड बैठक में दो महिला थानों को जमीन देने के प्रस्ताव पर भी मुहर लगाई गई है. यह महिला थाने यमुना अथॉरिटी के आवासीय सेक्टर-18 और इंडस्ट्रियल सेक्टर-29 में बनेंगे. दोनों थानों के लिए यह जमीन भी एक रुपये प्रति वर्गमीटर के हिसाब से दी गई है.
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Tags: ATS, CISF, Yamuna AuthorityFIRST PUBLISHED : August 05, 2022, 14:36 IST