16 साल की उम्र में ही बैरन बन गई दिल की बीमारी स्कूल में ही दे दिया दगा

Dausa News : दौसा जिले में 16 साल के 10वीं कक्षा के छात्र की स्कूल में अचानक मौत हो गई. छात्र क्लास रूम में जाते वक्त अचानक गश खाकर गिर पड़ा और फिर नहीं उठा. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया है. लिहाजा मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा नहीं हुआ है. डॉक्टर ने हार्ट फेल होने की आशंका जताई है.

16 साल की उम्र में ही बैरन बन गई दिल की बीमारी स्कूल में ही दे दिया दगा
दौसा. दौसा जिले के एक निजी स्कूल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां दसवीं क्लास के एक छात्र की अचानक मौत हो गई. उसके शव को पोस्टमार्टम नहीं कराया गया. लिहाजा मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. इस छात्र को पहले से हार्ट संबंधी बीमारी बताई जा रही है. बच्चे की मेडिकल हिस्ट्री जानने के बाद डॉक्टर्स ने हार्ट फेल होने की आशंका जताई है. वह पूर्व में दिल की बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती रह चुका था. स्कूल में बच्चे की मौत के लाइव सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं. जानकारी के अनुसार बांदीकुई के समीप स्थित पंडितपुरा गांव से दसवीं क्लास का छात्र यतेंद्र उपाध्याय शनिवार को सुबह-सुबह पूरी उमंग के साथ अपने पीठ पर बैग लगाकर स्कूल गया था. वह जब क्लास रूम में जा रहा था उसी दौरान स्कूल की गैलरी में गश खाकर गिर पड़ा. यतेंद्र उपाध्याय के बेहोश होने से स्कूल में हड़कंप मच गया. स्कूल स्टाफ ने तत्काल उसे बांदीकुई अस्पताल में भिजवाया. लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही यतेंद्र की मौत हो गई. आशंका है कि छात्र की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है डॉक्टर्स ने उसे सीपीआर देकर धड़कनें वापस लाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए. इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही यतेन्द्र के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए. यतेन्द्र की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से भी इनकार कर दिया. इसके कारण मौत के वास्तविक कारणों का पता नहीं लग पाया है. लेकिन डॉक्टर ने आशंका जताई है कि छात्र की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है. 4 साल पहले उसे हार्ट की प्रॉब्लम हुई थी चिकित्सकों ने जब छात्र यतेंद्र की मेडिकल हिस्ट्री ली तो पता चला कि उसे करीब चार साल से दिल की बीमारी है. 4 साल पहले उसे हार्ट की बीमारी के कारण जयपुर जेके लॉन अस्पताल में भर्ती रखा गया था. बांदीकुई अस्पताल के डॉक्टर पवन जारवाल का कहना है कि सुबह 16 साल के बच्चे को यहां लाया गया था. लेकिन तब उसकी धड़कनें बंद हो चुकी थी. उसे सीपीआर दिया गया लेकिन सफलता नहीं मिली. वह मूलतया अलवर जिले के नरवास का रहने वाला था. वर्तमान में पंडितपुरा गांव में रह रहा था. Tags: Dausa news, Heart attack, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : July 7, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed