खेती में आएगी क्रांति UP के इस जिले में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

अब इंडो-इजराइल की हाईटेक तकनीक से बेमौसम नर्सरी तैयार करने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने जा रहा है. यहां उच्च गुणवत्ता की वेजिटेबल सीडलिंग नर्सरी तैयार की जाएगी, जिससे एक साल में 50 लाख से लेकर एक करोड़ पौधे तैयार किए जाएंगे.

खेती में आएगी क्रांति UP के इस जिले में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
बाराबंकी: जिले के ज्यादातर किसान सब्जियों और फलों की खेती करते हैं, लेकिन उन्हें उन्नत किस्मों और बेहतर खेती की तकनीकों की जानकारी नहीं होती, जिससे उन्हें कई बार जोखिम का सामना करना पड़ता है. खासकर शुरुआती चरण में बीज से पौधा तैयार करने के समय नर्सरी में कई कमियां रह जाती हैं, जिसके चलते किसान अपनी मेहनत के बराबर उत्पादन नहीं ले पाते. अब इंडो-इजराइल की हाईटेक तकनीक से बेमौसम नर्सरी तैयार करने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने जा रहा है. यहां उच्च गुणवत्ता की वेजिटेबल सीडलिंग नर्सरी तैयार की जाएगी, जिससे एक साल में 50 लाख से लेकर एक करोड़ पौधे तैयार किए जाएंगे. इन पौधों की कीमत एक रुपये से दो रुपये तक होगी, और किसान अपने बीज देकर नर्सरी तैयार करवा सकते हैं. इस जिले में बनेगा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बाराबंकी जिले में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. इसके लिए इजराइली अधिकारियों ने बेलहरा में जमीन देखने के लिए दौरा किया और प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा की. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल्स की स्थापना को लेकर इजरायली एजेंसी मासो के एग्रीकल्चर अटैची यूरी रूबीनस्टीन और प्रोजेक्ट ऑफिसर ब्रह्मदेव ने फतेहपुर के बेलहरा में स्थित उद्यान विभाग के फॉर्म का निरीक्षण किया. बेलहरा में पहले से ही एक हेक्टेयर में मिनी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बना है, जहां 5 लाख पौधे तैयार होते हैं. अब दूसरा केंद्र बनाए जाने का प्रस्ताव है, जिसमें एक करोड़ पौधे एक साथ तैयार किए जा सकेंगे, जिससे किसानों को काफी लाभ होगा. जगह का हुआ चयन जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत बाराबंकी की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इजराइल तकनीक पर आधारित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का प्रस्तावित किया गया है, जिसके लिए स्थल का चयन किया जाना है. इसी के दृष्टिगत भ्रमण किया गया. इस तकनीक से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनने से किसानों को उन्नत बीजों से पौधे तैयार करके दिए जाएंगे. फ्री में मिलेगी ट्रेनिंग किसान चाहें तो खुद से बीज खरीदकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में संपर्क कर सकते हैं, जहां उनके बीजों से भी पौधा तैयार करने की सुविधा दी जाएगी. इन सेंटर्स में किसानों को उन्नत खेती के गुर भी सिखाए जाएंगे, जिससे बेहतर ढंग से फल और सब्जियों की खेती की जा सके. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किसानों को बिना किसी शुल्क के ट्रेनिंग की सुविधा भी मिलेगी, जिसमें उन्हें फसलों में रोग नियंत्रण, कीट नाशकों के छिड़काव और खेती से संबंधित दूसरी जानकारियां भी दी जाएंगी. Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : August 6, 2024, 10:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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