यूपी में भी है पशुपति नाथ मंदिर! खास है मान्यता दर्शन के लिए उमड़ती है भीड़

Pashupatinath Mandir in Ballia: नेपाल में ही नहीं, उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भी पशुपतिनाथ मंदिर है. ये नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर का अंश है. इस मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कमलेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना है. उन्होंने कहा, "हमारे बुजुर्ग बताते थे कि इस शिवलिंग की पूजा बहुत समय से हो रही है." मंदिर का विस्तार भी कई लोगों के सहयोग से हुआ है, और आज लाखों लोग यहां आस्था के साथ आते हैं.

यूपी में भी है पशुपति नाथ मंदिर! खास है मान्यता दर्शन के लिए उमड़ती है भीड़
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: देश-विदेश में कई धार्मिक स्थल हैं, जिनसे लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. हर धार्मिक स्थल का अपना महत्व और मान्यता है. इसी क्रम में आज हम बलिया के एक विशेष शिव मंदिर की बात करेंगे, जिसकी कहानी आस्था और चमत्कार से भरी हुई है. यह मंदिर बलिया के पशुपतिनाथ के नाम से प्रसिद्ध है, जहां भक्तों का विश्वास है कि बाबा के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं लौटता. मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कमलेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि यह मंदिर सैकड़ों साल पुराना है. उन्होंने कहा, “हमारे बुजुर्ग बताते थे कि इस शिवलिंग की पूजा बहुत समय से हो रही है.” मंदिर का विस्तार भी कई लोगों के सहयोग से हुआ है, और आज लाखों लोग यहां आस्था के साथ आते हैं. प्राचीन पूजा पद्धतियां मंदिर कमेटी के सदस्य बंटी सिंह ने बताया कि प्राचीन काल में इस शिवलिंग की पूजा एक छोटे से मंदिर में की जाती थी, जो हमेशा अंधेरे में रहता था. शुरुआती दिनों में ग्रामीण मिलकर चंदा इकट्ठा करते थे, और शिवरात्रि मनाते थे. धीरे-धीरे भक्तों की संख्या बढ़ने लगी और मंदिर का महत्व भी बढ़ता गया. शिव मंदिर का भव्य निर्माण पशुपतिनाथ की महिमा और मान्यताओं ने लोगों की आस्था को गहराई से जोड़ा. बाबा की कृपा से भक्तों की मुरादें पूरी होती गईं और एक साधारण मंदिर से भव्य शिव मंदिर का निर्माण हो गया. आज इस मंदिर में हर साल लाखों रुपए का वार्षिकोत्सव मनाया जाता है, और चंदा जुटाने की आवश्यकता नहीं पड़ती. भक्तों का विश्वास है कि बाबा का महिमा अपरंपार है. शिवलिंग से जुड़ी गहरी आस्था लोकल 18 से बातचीत में भक्तों ने बताया कि वे इस मंदिर को बचपन से देखते आ रहे हैं. यह मंदिर कितना प्राचीन है, इसकी सटीक जानकारी किसी को नहीं है, लेकिन बुजुर्ग इसे अत्यधिक पुराना मानते हैं. भक्त इसे नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ का अंश भी मानते हैं. यह मंदिर बलिया रेलवे स्टेशन से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर, महिला जिला चिकित्सालय के मेन गेट से थोड़ा पहले दाहिनी ओर स्थित है. Tags: Ballia news, Dharma Aastha, Local18FIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 13:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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