लागत सिर्फ 10-15 हजार और कमाई 4-5 लाख इस खेती से बदल गई किसान की तकदीर

केले की खेती करने वाले किसान विजय कुमार ने बताया कि पहले हम गेहूं, धान आदि की खेती करते थे. उसमें हमें कोई फायदा नही हो पता था. फिर हमें केले की खेती के बारे में जानकारी हुई. उसके बाद हमने एक बीघे में केले की खेती की शुरुआत की.

लागत सिर्फ 10-15 हजार और कमाई 4-5 लाख इस खेती से बदल गई किसान की तकदीर
संजय यादव/ बाराबंकी: किसान पारंपरिक खेती से हटकर ज्यादा मुनाफा देने वाली फसलों की ओर रूख कर रहे हैं. इसमें केले की खेती से किसानों को काफी लाभ हो रहा है. केला एक नकदी फसल है. इसके बाजार में भाव भी ठीक मिल जाते हैं. इसका विक्रय साल भर किया जाता है. इस हिसाब से देखा जाए तो केले की खेती किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही है. यदि केले की खेती में कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो इससे काफी अच्छी कमाई की जा सकती है. वहीं जिले के एक किसान केले की खेती में लागत के हिसाब से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. जिसके लिए वह कई सालों से केले की खेती करके लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं. बाराबंकी जिले के बड़ेल गांव के रहने वाले किसान विजय कुमार ने एक बीघे में केले की खेती की शुरुआत की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब 4 से 5 बीघे में केले की खेती कर रहे हैं. जिसमें उन्हें प्रतिवर्ष 3 से 4 लाख रुपए का मुनाफा हो रहा है. आज इनकी खेती देख गांव के अन्य किसान भी केले की खेती करने लगे हैं. केले की खेती करने वाले किसान विजय कुमार ने बताया कि पहले हम गेहूं, धान आदि की खेती करते थे. उसमें हमें कोई फायदा नही हो पता था. फिर हमें केले की खेती के बारे में जानकारी हुई. उसके बाद हमने एक बीघे में केले की खेती की शुरुआत की. जिसमें हमें अच्छा मुनाफा हुआ. आज हम करीब 4 से 5 बीघे में केले की खेती कर रहे हैं, जो महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश का केला है. इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. करीब एक बीघे में ढाई सौ से तीन सौ पौधे लगते हैं. इसकी खेती में तीन बीघे में 15 से 20 हजार रुपये आती है. क्योंकि इसमें पेड़ का खर्च खाद, कीटनाशक, दवाइयां, पानी, लेबर आदि का खर्च थोड़ा ज्यादा आ जाता है और मुनाफा करीब एक फसल पर 3 से 4 लाख रुपए हो जाता है. केले की फसल 13 से 14 महीने में तैयार हो जाती है. इस खेती मे लागत के हिसाब से मुनाफा ज्यादा है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 10:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed